आगरा। सांसद राजकुमार चाहर ने लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान फतेहपुरसीकरी क्षेत्र में पेयजल संकट और अंतरराष्ट्रीय आलू शोध केंद्र की स्थापना का मुद्दा उठाया। सांसद राजकुमार चाहर ने सुझाव दिया है कि अगर चंबल नदी का पानी उपयोग किया जाए तो सीकरी क्षेत्र की पेयजल समस्या का स्थाई समाधान हो जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इन दोनों मुद्दों पर सहमति जताते हुए संबंधित अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
राजकुमार चाहर ने बताया कि उनके लोकसभा क्षेत्र की सभी पांच तहसील डार्क जोन क्षेत्र के दायरे में हैं। यहां जमीन में कहीं-कहीं एक एक हजार फुट तक पानी नहीं है। क्षेत्र में जल स्तर बहुत गहरा है। उस पानी में फ्लोराइड की मात्रा खतरनाक स्तर तक है। इसके उपयोग से कई गांव में सैकड़ों परिवार विकलांगता के कगार पर पहुंच गए है। लोकसभा क्षेत्र यमुना और चंबल नदी के बीच स्थित है। यमुना का पानी पीने लायक ही है। चम्बल फतेहपुर सीकरी लोकसभा क्षेत्र से 65 किलोमीटर छेत्र से गुजरती है और चंबल का पानी बहुत स्वच्छ और पीने योग्य है। इसके शोधन की आवश्यकता नहीं है। लिहाजा इसे रिवर लिफ्ट योजना के द्वारा सीधे सप्लाई किया जा सकता है। जैसे राजस्थान के धौलपुर जिले में भरतपुर से पानी पहुंचाया जा रहा है। जबकि आगरा में पूरे चंबल क्षेत्र को घड़ियाल क्षेत्र घोषित कर रखा है। इस कारण चंबल में पानी का लाभ आगरा को नहीं मिल रहा है।
मुलाकात के दौरान सांसद राजकुमार चाहर ने आगरा में अंतरराष्ट्रीय आलू शोध केंद्र की स्थापना का भी मुद्दा उठाया। राजकुमार चाहर ने बताया कि किरावली तहसील के गांव सींगना में पर्याप्त भूमि उपलब्ध है। लिहाजा आलू के अंतरराष्ट्रीय अनुसंधान केंद्र को आगरा में स्थापित करने की दिशा में ठोस एवं सकारात्मक कदम उठाए जाएं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मुद्दे पर भी सहयोग करने का आश्वासन दिया है।