आगरा। रामनाथ राठौर थाना ताजगंज तुलसी चबूतरा के रहने वाले है जो वर्षों से कबाड़ का काम कर रहे है। पिछले वर्ष कबाड़ कारोबारी ने स्क्रैप से भरा ट्रक पंजाब भेजा लेकिन ट्रक चालक ने उसे कहीं और ठिकाने लगा दिया। मामले की जांच पड़ताल हुई तो आरोपी पकड़ा गया पुलिस ने उससे वसूली भी की लेकिन पीड़ित को आज तक कुछ नहीं मिल पाया और वो न्याय पाने के लिए दर दर भटक रहा है।
घटना पिछले वर्ष 16 अप्रैल की है। पीड़ित ने लोहागढ़ से ट्रक में लोहे का स्क्रैप लाद कर भेजा था जिसकी कीमत चार लाख के आसपास थी। ट्रक को काबुल, कबुल के पुत्र जिम्मी और विक्की लेकर गए थे। इस ट्रक में स्क्रैप था जिसे लेकर पंजाब जाना था लेकिन ट्रक अपने ठिकाने पर नहीं पहुंचा। 23 अप्रैल को थाना ताजगंज में ट्रक चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया। जांच की जिम्मेदारी सब इंस्पेक्टर जितेंद्र गौतम को दी गई।
जांच चल रही थी इसी बीच जितेंद्र गौतम लाइन हाजिर हो गए। जितेन्द्र गौतम की लाइन हाजिर होने के बाद जांच की जिम्मेदारी एसआई विनोद को दी गई। पीड़ित ने बताया कि जांच अधिकारी विनोद रामनाथ के साथ चंडीगढ़ पहुंचे और मामले की जांच पड़ताल की। इसी दौरान जिम्मी को पुलिस ने पकड़ लिया था। पता चला जिम्मी, विक्की और उनके पिता कबुल ने स्क्रैप भोला नाम के व्यक्ति को बेच दिया था। भोला को भी पकड़ा गया। ऐसा आरोप लगाया गया है भोला ने डेढ़ लाख रुपए जांच अधिकारी को सौंप दिए थे, शेष राशि बाद में देने की बात कही थी। रामनाथ कहते हैं कि उन्हें डेढ़ लाख रुपया नहीं मिला। रामनाथ का आरोप है शेष राशि भी पहुंचा दी गई लेकिन उन्हें आज तक एक रुपया नहीं मिला जिसके लिए वह भटक रहे हैं।
इस मामले की शिकायत आला अधिकारियों से भी की गई। सांसद एसपी सिंह बघेल से भी गुहार लगाई गई थी। पत्र के माध्यम से अधिकारियों से मुलाकात की गई। कार्यवाही शुरू हुई लेकिन उसके बाद ठंडे बस्ते में चली गई।
अब सवाल यह उठता है कि आखिर भोला द्वारा दी गई राशि कहां चली गई। पीड़ित का कहना है कि उसे कुछ नहीं मिला, मामला की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए इसके बाद ही हकीकत सामने आएगी।