आगरा। कोरोना को रोकने के लिए भले ही देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे देश को लॉक डाउन कर दिया और सभी से अपने घरों में रहने की अपील की हो लेकिन फैक्ट्री और कंपनियों में काम करने वाले मजदूरों के लिए लॉक डाउन बड़ी समस्या बन गया। लॉक डाउन न जाने कब तक रहे इसको लेकर मजदूर और कर्मचारी अपने घरों के लिए पैदल ही निकल पड़े हैं। हाईवे और एक्सप्रेसवे पर ऐसे हज़ारों की संख्या में लोग दिखाई दे रहे हैं। सरकार के लिए पिछले 3 दिनों से यह चिंता का विषय बना हुआ है लेकिन उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने ऐसे मजदूरों को घर पहुंचाए जाने के निर्देश जारी कर दिए हैं। जिसके बाद आगरा रीजन से भी उत्तर प्रदेश के बॉर्डर पर बसों को लगाया गया है और कुछ बसें आनंद विहार बस स्टैंड के लिए भी रवाना की गई हैं जिससे बस स्टैंड और हाईवे पर जमा हुए लोगों को उनके घर तक पहुंचाया जा सके।
आगरा रोडवेज रीज़न के सर्विस मैनेजर एस पी सिंह ने बताया कि शासन स्तर से लगभग 300 बसों को बस स्टैंड से निकालने के आदेश आये थे जिसके बाद रात को ही आधा दर्जन से अधिक बसों को उत्तर प्रदेश के बॉर्डर और आनंद विहार बस स्टैंड के लिए रवाना कर दिया गया था। बताया जाता है कि आनंद विहार बस स्टैंड और उत्तर प्रदेश के बॉर्डर पर पैदल घर जाने वालों की काफी भीड़ जमा है। ऐसे लोगों को उनके गंतव्य तक पहुँचाया जाएगा।
इसके अलावा जिला प्रशासन की ओर से भी आगरा रीज़न को 75 बसों को लगाने का निर्देश मिला है जिसमें आगरा में फंसे यात्री को अन्य जिलों में उनके गंतव्य तक पहुंचाया जाएगा।
रोडवेज कर्मचारियों ने बताया कि बस स्टैंड से बसों को निकालने से पहले बसों को पूरी तरह से सैनिटाइज किया जा रहा है जिससे किसी भी तरह के कोरोना के संक्रमण से बचा जा सके।