आगरा। एत्मादपुर तहसील क्षेत्र के आंवलखेड़ा स्थित गायत्री शक्तिपीठ पर कोरोना वायरस के चलते सभी शिविर रद्द कर दिए गए हैं, साथ ही शक्तिपीठ के वैज्ञानिक महंतों ने कोरोनावायरस से बचाव का एक तरीका खोज निकाला है। उनका दावा है कि उनके द्वारा बनाए गए गौमय दीपक से आस-पास के वातावरण में या घर में अगले 24 घंटे तक कोरोना वायरस निष्क्रिय रहेगा।
कोरोना को लेकर जहां पूरी दुनिया में हाहाकार मचा हुआ है तो वहीं एत्मादपुर तहसील क्षेत्र के आवल खेड़ा स्थित प्रसिद्ध गायत्री शक्तिपीठ पर एक शोध के द्वारा राहत भरी खबर आई है। शक्तिपीठ के वैज्ञानिक महंत वृन्दम सारस्वत का कहना है कि उनके द्वारा एक ऐसी किट बनाई गई है जिसमें मौजूद गोमय दीपक को सुगम यज्ञ विधि द्वारा जलाए जाने पर घर-परिसर और आस-पास जगह पर अगले 24 घंटे तक कोरोना सहित सभी तरह के वायरस निष्क्रिय रहते हैं। इस किट को अब घर-घर पहुंचाने की तैयारी की जा रही है।
शक्तिपीठ व्यवस्थापक घनश्याम देवांगन ने सुगम यज्ञ विधि द्वारा गोमय दीपक को जलाकर पूरी प्रक्रिया बताते हुए कहा कि अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वाधान में कोरोना वायरस से बचाव हेतु गृहे-गृहे यज्ञ अभियान शुरू किया गया है। इस अभियान के अंतर्गत जहां लोगों को भारतीय संस्कृति और प्राचीन परंपरा के अंतर्गत प्रत्येक घर-घर में हवन-यज्ञ करने के लिए जागरूक किया जाएगा। वहीं दूसरी ओर कोरोना वायरस से बचाव करने के लिए अखिल विश्व गायत्री परिवार के वैज्ञानिकों ने शोध करने के बाद यह गौमय दीपक तैयार किया है जिसे विधि विधान से करने पर कोरोना से बचा जा सकता है। अगर किसी को भी हमारे इस दावे पर संदेह है तो वह हमारे गायत्री परिवार के शोध केंद्र पर जाकर दावे को सच के रूप में देख सकता है।
घनश्याम देवांगन ने यह भी जानकारी दी कि कोरोना के डर से सरकार के आदेश के बाद शक्ति पीठ पर लगने वाले सभी शिविरों को स्थगित कर दिया गया है जिनमें प्राकृतिक चिकित्सा शिविर, संजीवनी शिविर आदि को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है, साथ ही शक्तिपीठ पर आने वाले सभी श्रद्धालुओं से अपील की जा रही है कि जब तक कोरोना को लेकर इस तरह की स्थिति बनी हुई है तब तक शक्तिपीठ पर आने से बचें।
एत्मादपुर से पवन शर्मा की रिपोर्ट