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ताजनगरी में इंडियन आइकोनिक पोइट सीज़न 2 ऑडिशन का हुआ आगाज़

by admin

आगरा। ताजनगरी यूँ तो विश्वभर में बेशक़ीमती ईमारत में शुमार ताज़महल की वजह से दुनिया भर में प्रसिद्ध है तो वहीं यहां का हुनर भी कुछ कम नही है। इसी की बानगी देखने को मिली क्षितिज की तरफ़ से भगवान टॉकीज़ स्थित हीरा प्लाज़ा में आयोजित इंडियन आइकोनिक पोइट सीज़न 2 में, जहाँ शहर के नवयुवक युवतियों ने बढ़चढ़कर भाग लिया।

शहरभर के कविताओं के शौकीनों ने प्रतिभाग कर अपना हुनर में हाथ आज़माया। ऑडिशन की शुरुआत हाल ही में हैदराबाद की हैवानियत की वारदात से हुई। प्रतिभागियों ने हैदराबाद में घटित घटना का ज़िक्र करते हुए उसे कविताओं के माध्यम से बयान किया और समाज को जागरूक करने का संदेश दिया। पोइट ऑडिशन में नारी सम्मान और नारी सुरक्षा पर भी बेहतरीन अंदाज़ से साथ कविताएं पढ़ी गयीं। वहीं प्रतिभागियों ने अलग अलग प्रकार की कविताओं से दर्शकों का दिल जीत लिया और उन्हें तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया। पोइट ऑडिशन में 35 प्रतिभागी शामिल हुए थे। जिनमें से ज्यादातर शहर की युवतियों ने महारत हासिल की और दिखा दिया कि बेटियां किसी से कम नही है।

क्षितिज संस्था की ओर से आगरा में पोइट सीज़न 2 आयोजित किया है। ये लगभग आठ शहर में होना है। इन 35 प्रतिभागियों में से 5 प्रतिभागी फरवरी में दिल्ली में आयोजित होने वाले फाइनल में अपनी कविताओं का प्रदर्शन करेंगे।

इस दौरान इंडियन आइकॉनिक पोइट सीज़न 2 ऑडिशन के आयोजक वैभव असद अकबराबादी ने कहा कि हमारे देश की सभ्यता और संस्कृति लगातार कमज़ोर पड़ रही है। देश का युवा वर्ग वेस्टर्न कल्चर से प्रभावित हो रहा है जो देश के लिए उचित नहीं है। इसी क्रम में क्षितिज की तरफ़ से कविताओं के हुनर को निखारने के लिए आगरा में ऑडिशन हुआ है। यहां युवक युवतियों ने कविताओं का प्रदर्शन किया है। ये ऑडिशन का सिलसिला दोपहर 12 बजे से देर शाम तक चलेगा। इनमें कविताओं में रुचि रखने वाले प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया है।

वहीं आगरा कॉलेज में पत्रकारिता की छात्रा और पोइट ऑडिशन देने आयी सहरिश अहमद ने बताया कि एक तरफ जहां देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बेटी बचाई बेटी पढ़ाओ अभियान चला रहे वहीं दूसरी तरफ देश में वहसी दरिन्दे समाज में हैवान बने घूम रहे हैं। सहरिश अहमद ने महिलाओं की सुरक्षा पर बड़े दिलचस्प अंदाज़ से कविताएं लिखी और उन्हें अपनी उर्दू अल्फ़ाज़ के साथ बेहतरीन अन्दाज़ में बयान किया।

सहरिश ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि इस समय कविताओं का दौर है। युवा पीढ़ी कविताओं को अपने-अपने अंदाज़ में प्रदर्शित कर रही है। कविता प्रतिभागी सहरिश अहमद ने दर्शकों के सामने अपनी लिखी कविताओं को पढ़ा तो ऑडिशन रूम में तालियों की गड़गड़ाहट सुनाई देने लगी। ऑडिशन में मौजूद जजों ने सहरिश की कविताओं की जमकर तारीफ़ की।

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