आगरा। जिला प्रशासन किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है। ऐसा लग रहा है कि मानो जिला प्रशासन कुंभकरण की नींद सोया हुआ है और नींद तभी टूटेगी जब ताजनगरी में कोई बड़ा हादसा हो जाएगा।
असल में मामला गिरासू रेलवे पुल को लेकर है। आगरा एयरपोर्ट से ईदगाह जाने वाले मार्ग पर रेलवे का पुल स्थापित है। यह पुल अंग्रेजों के जमाने का है जो आज जीर्ण शीर्ण हालत में अपने विकास के लिए आंसू बहा रहा है। पसलियों की तरह इस पुल में सरिया चमक रही हैं। इतना ही नहीं यह पुल कभी भी गिर सकता है। इस बात की पुष्टि पीडब्ल्यूडी विभाग ने की है। पीडब्ल्यूडी विभाग ने रेलवे पुल की जीर्ण शीर्ण हालत को देखते हुए जगह-जगह बोर्ड लगा दिए हैं। और इन बोर्ड पर लिखा है कि यह रेलवे पुल उपरिगामी है। भारी वाहनों का प्रवेश निषेध है।
रेलवे पुल को लेकर जहां पीडब्ल्यूडी विभाग ने अलर्ट जारी किया है तो वहीं जिला प्रशासन आगरा कुंभकरण की नींद सोया है। इसी जर्जर पुल से दिन और रात भारी वाहन गुजर रहे हैं। यानी जिला प्रशासन आगरा किसी बड़े हादसे के इंतजार में है। साथ ही साथ यह आगरा का वह रेलवे पुल है जहां हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, राष्ट्रपति से लेकर देश का सबसे पहले भी वीवीआईपी इसी पुल से गुजरता है। बावजूद इसके इस पुल को देखने वाला और जीर्णोद्धार वाला कोई नहीं है।