आगरा। बाह थाना क्षेत्र के कस्बा में सत्यपाल पुत्र रामप्रकाश के हुए अपहरण मामले में पुलिस को सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने 100 दिन बाद इस अपहरण केस का खुलासा कर दिया है। पुलिस ने इस मामले में सत्यपाल की पत्नी और उसके प्रेमी के साथ दो और लोगों को गिरफ्तार किया है जो इस वारदात में शामिल थे। वहीं एक अपराधी फरार है जिसकी धरपकड़ के प्रयास जारी है। सभी के खिलाफ कानूनी कार्यवाही को अंजाम देकर जेल भेज दिया है। इस पूरे मामले का खुलासा एसपी वेस्ट रवि कुमार ने किया।
एसपी वेस्ट रवि कुमार ने प्रेसवार्ता के दौरान बताया कि भले ही यह मामला गुमशुदगी का रहा था लेकिन आरोपियो की गिरफ्तारी के बाद चौंकाने वाले तथ्य सामने आए है। जिस व्यक्ति की गुमशुदगी लिखाई गयी थी उसकी हत्या हुई है और आरोपी की निशानदेही पर सत्यपाल का कंकाल व कपड़े भी बरामद कर लिए है। इस पूरी घटनाक्रम की सूत्रधार मृतक सत्यपाल की पत्नी सर्वेश थी जिसने अपने प्रेमी के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया था।
एसपी वेस्ट रवि कुमार ने बताया कि 27 मार्च 2019 को सत्यपाल के चचेरे भाई ने सत्यपाल के कस्बा बाह की सब्जीमंडी से गायब होने की रिपोर्ट बाह थाने में दर्ज कराई थी। मामले की जांच पड़ताल में पता चला कि उसका अपहरण हुआ है और मामले को अपहरण में दर्ज़ किया गया। इस पूरे मामले छानबीन के दौरान अभियुक्त विजय कुमार को फरेरा चौराहे से चेकिंग के दौरान गिरफ्तार किया गया। आरोपी विजय से सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने पूरी कहानी बता दी और सत्यपाल की हत्या उसकी पत्नी द्वारा कराई जाने की बात कही। इस पूरी वारदात में विजय के तीन दोस्त भी शामिल थे लेकिन उनमें से दो दोस्त सेकी और विपिन को गिरफ्तार कर लिया है और छत्रपाल अभी फरार है।
एसपी वेस्ट रवि कुमार ने बताया कि आरोपी विजय 27 मार्च को सत्यपाल को अपने साथ ले गया था और सुंसार के जंगल मे ले जाकर अपने तीनो साथियों के साथ उसकी गला दबाकर हत्या कर दी और शव को जंगल के ही दफना दिया। इसके लिए सत्यपाल की पत्नी ने 50 हजार रुपए और सोने चांदी के आभूषण दिए थे।