आगरा। पुलिस और औषधि विभाग को संयुक्त कार्यवाही में बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस और औषधि विभाग ने निबोहरा थाना क्षेत्र में नकली दवाओं की एक बड़ी खेप को पकड़ा है जिसे नकली दवा का कारोबार करने वाले आगरा से राजस्थान ले जा रहा थे। पुलिस और औषधि विभाग की संयुक्त टीम ने एक महिला सहित 4 लोगों को गिरफ्तार किया है और एक वैगन आर कार भी बरामद की है जिसके माध्यम से नकली दवाओं को सप्लाई किया जा रहा था। संयुक्त टीम ने इन नकली दवाओं की कीमत 7 लाख रूपये आंकी गयी है।
औषधि निरीक्षक ब्रजेश यादव ने बताया कि विभाग को सूचना मिली थी कि आगरा से एक वैगन आर कार में भारी मात्रा में नकली दवाऐं निबोहरा केे रास्ते राजस्थान भेजी जा रही है। इस सूचना पर निबोहरा थाने के इंस्पैक्टर बीआर दीक्षित से संपर्क साधा और पुलिस के साथ मिलकर ग्रामझाल के पास चेकिंग शुरु कर दी। इस चेकिंग के दौरान एक वैगन आर कार संख्या यूपी 80 एके 3563 आती दिखायी दी। उसमें एक महिला सहित 4 लोग सवार थे। गाड़ी को रोक कर जब चैकिंग की गयी तो सीट के नीचे भारी मात्रा में दवाओं की शीशियां बोरों में भरी हुई थी जो 30-30 के पैकेट में बंद थी। सभी आरोपियों को तुरंत हिरासत के लिया गया और क्षेत्रीय थाने में ले जाकर पूछताछ की गई तो पता चला कि नकली दवा कारोबार के तार आगरा के कमलानगर से जुड़े है।
औषधि निरीक्षक ने बताया कि नकली दावा की इस खेप में मीकासिन इंजैक्शन, ऐंटीबायोटिक दवाऐं, पैकिंग की मशीन और रैपर बरामद किए गए है। इस पूरी कार्यवाही में अभिमन्यु चौहान पुत्र कृष्णकांत निवासी जमुना बिहार कमला नगर आगरा, रामहरि पुत्र प्रमोद निवासी शहदपुर निबोहरा, शीतल पत्नी रामहरि शहदपुर निबोहरा, संतोष पुत्र मायाराम निवासी तुलसीपुरा फतेहाबाद, हाल निवासी राजपुर चुंगी आगरा को पकड़ा गया है जिनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही कर जेल भेज दिया है। वहीं कार को सीज कर दिया गया है।
औषधि निरीक्षक ने बताया कि अभियुक्तों से पूछताछ में पता चला है कि इन दवाओं को आगरा के कमला नगर स्थित एक निश्चित स्थान पर एक बडे बॉइल से छोटी-छोटी शीशियों में पैक किया जाता है और आगरा के सीमावर्ती इलाकों, देहातों व राजस्थान में बेचा जाता है।