आगरा। सार्वजनिक भूमि पर अवैध कब्जे किये जाने और न्यायालय के आदेश का उल्लंघन किये जाने पर कुशवाह महासभा के बैनर तले लगभग 50 लोगों ने विवादित स्थल पर ही भूख हड़ताल शुरू कर दी है। कुशवाह महासभा के आरोप है कि क्षेत्रीय पुलिस व कुछ अधिकारियों के साथ मिल भूमाफ़िया बेशकीमती जमीन हड़पना चाहते हैं।
आरोप है कि थाना एत्माद्दोला क्षेत्र के नवलगंज में राजकीय आस्थान की सरकारी भूमि पर इलाका पुलिस एवं सदर तहसील प्रशासन की मिली भगत कर भूमाफियाओं ने करीब डेढ़ करोड़ कीमत की भूमि पर न्यायालय के आदेश का उल्लंघन कर अवैध निर्माण शुरू कर दिया। सड़क के किनारे राजकीय आस्थान की बेशकीमती पटरी है। उक्त पटरी पर भूमाफियाओं की नजर है। इसी भूमि को क्षेत्रीय समस्त निवासी सार्वजनिक मांगलिक कार्य विवाह एवं धार्मिक कार्य के लिये उपयोग करते चले आ रहे हैं। अन्य खाली जगह पर नगर निगम द्वारा करीब बीस वर्ष पूर्व शौचालय व स्नान घर आदि का बनवाये गये थे जिन्हें मोहल्ले के लोग वर्षों से सार्वजनिक रूप से उपयोग करते चले आ रहे है।
भूमाफियाओं ने ईलाका पुलिस और क्षेत्रीय लेखपाल एवं तहसील प्रशासन से मिली भगत कर स्नानघर और शौचालय को जबरन तुड़वा कर अवैध निर्माण शुरू कर दिया। इसी भूमि का विवाद भूमाफियाओं से क्षेत्रीय निवासियों का न्यायालय सीनियर डिवीजन कक्ष 5 के न्यायालय में दाखिल किया। उक्त बाद का निर्णय क्षेत्रीय लोगों की सामाजिक संस्था कुशवाहा जन जागृति समिति के पक्ष में आया और न्यायालय ने उक्त भूमि को सार्वजनिक भूमि माना। उसका उपयोग सार्वजनिक रूप से इस्तमाल करने का निर्णय सुनाया और न्यायालय के आदेश पर भूमाफियाओं के खिलाफ 420 आदि धाराओं में अभियोग पंजिकृत किया गया। इसके बावजूद पीड़ित लोगों की समस्या किसी ने नही सुनी। जिलाधिकारी, उप जिलाधिकारी सदर और अपर आयुक्त आगरा मंडल आगरा को धरना प्रदर्शन कर ज्ञापन दिया फिर भी न्यायालय के आदेश का अनुपालन नही हुआ।
न्यायालय के आदेश के उलंघन के विरोध में कुशवाहा महासभा आगरा के बैनर तले महासभा के जिला महासचिव सुनील कुशवाहा के नेतृत्व में भीषण ठंड में 17 महिला और 33 पुरष अनिश्चित कालीन भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं।
हड़ताल पर बैठे लोगों ने साफ कर दिया है कि जब तक पुलिस व प्रशासन कोई उचित कार्यवाही नही करता और भूमाफियाओं के खिलाफ सख्त कार्यवाही नही हुई तो भूख हड़ताल जारी रहेगी।