आगरा। ट्रेनों के माध्यम से गांजे की तस्करी करना तस्करों के लिए एक सुगम रास्ता बन गया है। इसलिए तो आए दिन गांजे की बड़ी-बड़ी खेतों के साथ गांजा तस्कर आगरा कैंट स्टेशन से पकड़े जा रहे हैं। शनिवार को भी कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला।
आगरा कैंट स्टेशन की सर्कुलेटिंग एरिया में चेकिंग करने के दौरान जीआरपी और आरपीएफ की संयुक्त टीम ने नूरी मस्जिद के पास से पांच युवकों को पकड़ा जिनकी तलाशी ली तो जीआरपी के भी होश उड़ गए। पांचों युवकों के पास से लगभग 62 किलो 500 ग्राम गांजा बरामद हुआ। जीआरपी ने तुरंत पांचों अभियुक्तों को हिरासत में लिया और गांजे को अपने कब्जे में लेकर पांचों अभियुक्तों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर दी। इस पूरे मामले का खुलासा जीआरपी शिव अनुराग दर्शन और आरपीएफ कमांडेंट पीके पांडेय ने संयुक्त रूप से प्रेस वार्ता के दौरान किया।
प्रेस वार्ता के दौरान आरपीएफ कमांडेंट ने बताया कि इनपुट से उन्हें सूचना मिली थी कि ट्रेन किसी कोच में कुछ यात्री गांजे के साथ सफर कर रहे है। यह सभी तस्कर आगरा कैंट स्टेशन पर उतरेंगे इस सूचना पर जीआरपी और आरपीएफ की संयुक्त टीम हरकत में आई और अपना पूरा जाल बिछा दिया। जीआरपी और आरपीएफ के संयुक्त टीम ने सर्कुलेटिंग एरिया से पांचों तस्कर विकास पुत्र रामपाल निवासी ग्राम पड़िया वाली थाना मडराक जिला अलीगढ़, आकाश पुत्र सत्यप्रकाश सोलंकी ठाकुर निवासी सराय खुर्ज़ थाना सासनी गेट जिला अलीगढ़, लोकेश वर्मा पुत्र परमानंद वर्मा निवासी कस्बा व थाना सासनी जिला हाथरस, भूपेंद्र पुत्र दिगम्बर निवासी शीषता थाना गोविंदपुर जिला हाथरस, मोनू कुमार पुत्र राजवीर सिंह निवासी शीषता थाना गोविंदपुर जिला हाथरस को गिरफ्तार किया है जिनके पास से 62 किलो 500 ग्राम नशीला पाउडर बरामद किया है।
आरपीएफ कमांडेंट के मुताबिक, गांजा की सप्लाई आगरा के आसपास के जिलों के साथ दिल्ली में इसकी सप्लाई होनी थी। आरपीएफ कमांडेंट ने बताया कि गांजे की यह सभी खेप विशाखापट्टनम की तरफ से आ रही हैं। इससे पहले भी आगरा कैंट स्टेशन पर जो भी गांजा पकड़ा गया है, वह विशाखापट्टनम से ही लाया गया था। गांजा तस्करों के नेटवर्क को तोड़ने के लिए आरपीएफ और जीआरपी की संयुक्त टीम जुटी हुई है सभी पांचों तस्करों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर जेल भेज दिया गया है।