आगरा। शास्त्रीपुरम स्थित एक घर में गैस सिलेंडर के नीचे 5 फुट लंबा रैट स्नेक फंस गया। सांप को वाइल्डलाइफ एसओएस रैपिड रिस्पांस यूनिट ने बचाया और बाद में वापस उसे जंगल में छोड़ दिया।
रविवार को शास्त्रीपुरम में एक परिवार अपने घर में सांप मिलने से हैरान रह गया। रैट स्नेक के रूप में पहचाना गया सांप, पहले लिविंग रूम में दिखा, जोकि बाद में रसोई में प्रवेश कर गया, जहाँ वह गैस सिलेंडर के नीचे फंस गया। भयभीत परिवार ने तुरंत पुलिस से संपर्क किया जहां से वाइल्डलाइफ एसओएस के 24-घंटे हेल्पलाइन नंबर (+ 91-9917109666) पर कॉल ट्रांसफर किया गया।
एनजीओ की दो सदस्यीय रेस्क्यू टीम आवश्यक बचाव उपकरणों के साथ थोड़ी देर के भीतर ही स्थान पर पहुंच गई। यह सुनिश्चित करने के बाद की पहले से ही परेशान सांप को और ज्यादा तनाव ना हो टीम ने उसे कुशलतापूर्वक निकाल कर रेस्क्यू कर लिया।
रैट स्नेक को कुछ घंटों के लिए निगरानी में रखा गया और बाद में उसे वापस अपने प्राकृतिक आवास में छोड़ दिया गया ।
सूचना देने वाले नरेंद्र कुमार शर्मा, ने बताया, “सबसे पहले सांप को लिविंग रूम में रखी एक अलमीरा के नीचे देखा जहां से वह धीरे-धीरे किचन में चला गया। हम वास्तव में हमारी सहायता के लिए वाइल्डलाइफ एसओएस के आभारी हैं और लॉकडाउन के दौरान भी अपने वन्यजीव बचाव प्रयासों को जारी रखने का उनका कार्य सराहनीय है।”
वाइल्डलाइफ एसओएस के सह-संस्थापक और सीईओ कार्तिक सत्यनारायण ने कहा, “रैट स्नेक विषैले नहीं होते, लेकिन अगर उन्हें उकसाया जाए, तो वे आत्मरक्षा में काट सकते हैं। वे विषैले कोबरा के समान दिखते हैं, इसलिए लोग अक्सर उनके प्रति हिंसक प्रतिक्रिया रखते हैं। वाइल्डलाइफ एसओएस को अक्सर घर, बगीचे, कमरों के साथ-साथ जूते की रैक या यहां तक कि बाथ-रूम में भी रैट स्नेक के देखे जाने के बारे में कॉल मिलते हैं।”