Agra. श्री कृष्ण की वेशभूषा में ताज निहारने के लिये पहुँचे पर्यटक को ताज में प्रवेश ना देने वाले कर्मचारियों के खिलाफ अभी तक कोई कारवाई न होने से आक्रोशित राष्ट्रीय हिंदू परिषद भारत ने एक बार फिर एएसआई और पुलिस प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। लगभग 30 राधा कृष्ण के स्वरूपों के साथ ताजमहल पर प्रदर्शन करने जा रहे हिंदूवादियों की सूचना मिलते ही क्षेत्रीय पुलिस पहुँच गयी और हिंदूवादियों को राधा कृष्ण के स्वरूपों के साथ जीवनी मंडी चौराहे पर रोक लिया। जहाँ हिंदूवादियों ने श्री कृष्ण राधा के स्वरूपों के साथ प्रदर्शन किया और पुलिस अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर भगवान श्री कृष्ण की वेशभूषा में पहुँचे पर्यटक को प्रवेश न देकर अपमान करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की।

राष्ट्रीय हिन्दू परिषद भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोविंद पाराशर का कहना है कि श्री कृष्ण की वेशभूषा में ताज दर्शन के लिए आने वाले पर्यटक को रोकने के मामले में दोषियों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हुई है जबकि पिछले प्रदर्शन के दौरान पुलिस से मांग की गई थी। ज्ञापन पर कोई कार्यवाही न होने से आज फिर प्रदर्शन कर अपनी इसी मांग को दोहराया गया है।
गोविंद पराशर का कहना है कि प्रभु श्री कृष्ण की वेशभूषा में पर्यटक को रोकना प्रभु श्री कृष्ण और हिन्दू धर्म का अपमान है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आज हम श्री कृष्ण के स्वरूपों के साथ ताज दर्शन के लिए जा रहे थे। हम सभी लोगों के पास ताज दर्शन करने की टिकट है फिर भी प्रशासन हमको रोक रहा है। इनको भगवा रंग से जलन है। यह हिंदूवादियों को ताज के दर्शन से रोक देते है, ये ताज नहीं तेजोमहालय है। अगर यह परंपरा नही बदली तो परिणाम ठीक नहीं होंगे।