• आगरा स्पोर्ट्स फाउंडेशन द्वारा आयोजित मैराथन में लगभग तीन हजार धावकों ने लिया भाग, दिखा गजब का उत्साह
• एसिड अटैक सरवाइवर सहित 7 वर्ष के बच्चों से लेकर 90 वर्ष तक के लोगों ने लिया भाग, जगह-जगह ढोल नगाड़े करते दिखा उत्साहवर्धन
आगरा। गजब का उत्साह और रोमांच। बादलों से ढके आसमान में प्रभात की किरणें बिखरने से पहले हजारों धावक स्टेडियम में मौजूद थे। जीतने की ख्वाहिश से अधिक मैराथन में हिस्सा लेना उन्हें ज्यादा उत्साहित कर रहा था और उनके इस उत्साह को बढ़ाने के लिए थे ढोल नगाड़े, धमाकेदार म्यूजिक पर वार्म अप। 7 वर्ष के बच्चों से लेकर 90 वर्ष तक की उम्र के लगभग तीन हजार लोगों ने आज आगरा स्पोर्ट्स फाउंडेशन द्वारा आयोजित एकलव्य स्टेडियम से प्रारम्भ हुई मैराथन में जोश और उत्साह के साथ भाग लिया। मैराथन में हिस्सा लेने के लिए प्रदेश के विभिन्न जिलों से धावक पहुंचे। तीन वर्गों (5 किमी, 10 किमी, 21 किमी की हॉफ मैराथन) में आयोजित मैराथन का शुभारम्भ आगरा के पहले आयरन मैन ऋदिम गर्ग ने झंडी दिखाकर किया।
धावकों में जो उत्साह दौड़ प्रारम्भ करते समय नजर आया वहीं दौड़ खत्म पर भी दिखा। न कोई उम्र की सीमा थी और न ही कोई बंधन। डॉक्टर, व्यवसायी, गृहणियां, समाजसेवी हर वर्ग के लोग शामिल थे मैराथन में। एडीशनल कमिश्नर प्रशासन आगरा राजेश कुमार व एसीपी ट्रैफिक अरीब अहमद ने 21 किमी की हॉफ मैराथन में भाग लिया। ज्यादातर धावकों ने 21 किमी की मैराथन को डेढ़ घंटा व 10 किमी की 45 मिनट में व 5 किमी की आधे घंटे में पूरी कर ली। जगह-जगह धावकों के लिए हाइट्रेशन प्वाइंट लगाए गए थे। मैराथन के समापन पर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए।
इस अवसर मुख्य रूप से डॉ. रंजना बंसल, आईएमए अध्यक्ष डॉ. मुकेश गोयल, फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ. विकास मित्तल व उपाध्यक्ष डॉ. संजय गुप्ता, अजय दीपसिंह, डॉ. एनएस लोधी, महेश सारस्वत, भारत सारस्वत, संदीप ढल, आवेग मित्तल, कमलकान्त, संकल्प, दीपक नेगी, डॉ. रचना अग्रवाल, डॉ. सपना, शिवानी वशिष्ठ, गितिका, मोहित, शुभम, विकास, विनय, मोहित, कीर्तिराज, सुमित विभव, पवन चैहान, आलोक अग्रवाल आदि उपस्थित थे।
ऑन द स्पॉट भी हुए रजिस्ट्रेशन
आगरा में पहली बार आयोजित मैराथन को लेकर लोगों में इतना उत्साह था कि आयोजकों को ऑन द स्पॉट भी रजिस्ट्रेशन करने पड़े। आगरा स्पोर्ट्स फाउंडेसन के अध्यक्ष डॉ. विकास मित्तल ने बताया कि लगभग ढाई हजार रजिस्ट्रेशन हुए थे, परन्तु लोगों के आग्रह पर 3 दौड़ शुरु होने से पहले भी रजिस्ट्रेशन किए गए, जिससे मैराथन में भाग लेने वाले प्रतिभागियों की संख्या 3 हजार से अधिक पहुंच गई। 5 किमी मैराथन का मार्ग एकलव्य स्टेडियम से प्रारम्भ होकर मॉल रोड होते हुए करिअप्पा मार्ग पर ढाई किमी के बाद पुनः एकलव्य स्टेडियम पर समाप्त हुई। 10 किमी मैराथन का मार्ग एकलव्य स्टेडियम से प्रारम्भ होकर लाल किला होते हुए सर्किट मार्ग होते हुए एकलव्य स्टेडियम व 21 किमी की मैराथन का मार्ग एकलव्य स्टेडियम से लाल किला सर्किट हाउस, सेल्फी प्वाइंट, जेपी होटल से यू टर्न लेते हुए फतेहाबाद रोड होते हुए एकलव्य स्टेडियम पर समाप्त हुई।
हृदय रोगियों ने भी लिया मैराथन में भाग
फिरोजाबाद के कुलदीप सिंह, औरेया के हरिशंकर, मैनपुरी के बलराम, जलेसर के माणिक सिंह, मथुरा के भगवान शरण, करहल के उमेश, खंदौली के राजेन्द्र और भूरी सिंह ने भी मैराथन में भाग लिया। खास बात यह थी कि सभी हृदय रोगी थे, जो विशेषतौर पर मैराथन में भाग लेने पहुंचे। कुलदीप व बलराम ने बताया कि डॉक्टरों की सलाह के अनुसार अब नियमित दौड़ते हैं। उन्होंने सभी को शारीरिक रूप से फिट रहने के लिए नियमित दौड़ने के लिए प्रोत्साहित किया।
व्हीलचेयर पर मैराथन में हिस्सा लेने पहुंचे लोकेन्द्र
दिव्यांग लोकेन्द्र कुमार गौतम व्हीलचेयर के साथ मैराथन में दौड़े। 32 वर्षीय लोकेन्द्र ने 5 किमी की दौड़ को आधे घंटे में पूरा किया और दिव्यांग लोगों को संदेश दिया कि जीवन में कभी हार न माने, किसी के लिए कुछ भी असम्भव नहीं, तभी तो लोकेन्द्र जोमेटो के लिए डिलीवरी बॉय का काम कर रहे हैं।