आगरा। आगरा शहर में लगातार कोरोना बम का विस्फोट हो रहा है। कोरोना संक्रमित लोगों के बढ़ रहे मामलों ने शहर के प्रशासन को चिंता में डाल दिया है। बुधवार को कोरोना संक्रमित महिला की मौत से जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग हिला हुआ था तो गुरुवार सुबह आई खबर ने जिला प्रशासन के होश उड़ा दिये। गुरुवार सुबह एक साथ 19 नए कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आए। इनमें से छह केस भगवान टॉकीज के पास स्थित एक निजी अस्पताल के हैं और पांच जमाती हैं। जबकि 8 अलग-अलग जगह के हैं जिनसे स्वास्थ्य विभाग संपर्क कर अस्पताल में भर्ती कराने का प्रयास कर रहा है। ताजनगरी में कोरोना संक्रमित कुल मामले 84 हो गए हैं।
जिलाधिकारी पी.एन सिंह ने गुरुवार सुबह कोरोना संक्रमित लोगों की आई ताजा रिपोर्ट को जारी किया है। इस रिपोर्ट के मुताबिक शहर में नए 19 कोरोना संक्रमित लोगो का इजाफा हुआ है। इसमें से कुछ जमाती है लेकिन उनका आंकड़ा कम था। जिला प्रशासन के लिए कोरोना का सिरदर्द नया केंद्र बना है। यह नया केंद्र भगवान टाकीज से खंदारी जाने वाले रोड स्थित प्राइवेट अस्पताल बन गया है। जहां काेरोना पॉजीटिव महिला का इलाज किया गया था, बाद में उसे मथुरा शिफ्ट कर दिया गया। अब इस अस्पताल को सील कर दिया गया था और यहां तैनात स्टाफ की जांच कराई गई थी। इनमें से छह लोग संक्रमित मिले हैं।
वहीं पांच जमातियों के भी बढ़ने से अब आगरा में कोरोना संक्रमित जमातियों की संख्या 43 पर पहुंच गई है। हालांकि सभी जमाती पहले से ही क्वारंटाइन सेंटर में रखे गए हैं। अस्पताल के स्टाफ से जुड़े अन्य पारिवारिक सदस्यों का भी कोरोना टेस्ट कराए जाने की संभावना है। आगरा में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 84 पहुंच गई है, इसमें से आठ ठीक हो चुके हैं और 66 का इलाज चल रहा है।
आपको बताते चलें कि कोरोना संक्रमित मामले बढ़ने के बाद सूबे के मुखिया ने प्रदेश के 15 जिले जिनमे कोरोना के जिन क्षेत्रों से ज्यादा मामले सामने आए थे, उन्हें पूरी तरह से सील करने के निर्देश दिए दिए थे जिसके बाद आगरा के जिला प्रशासन ने ऐसे 22 हॉटस्पॉट को चिन्हित किया था और उन्हें पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया है। यहां पर आवागमन पूरी तरह से प्रतिबंधित है और शहर में जो व्यक्ति निकलेगा उसे मास्क लगाना अति आवश्यक है। अगर बिना मास्क लगाए हुए व्यक्ति मिला तो उस पर भी कार्यवाही की जाएगी।