आगरा। ताजमहल के आसपास का ईलाका गंदगी से जूझ रहा है। दूषित पर्यावरण की मार ताजमहल पर पड़ रही है। इसलिये ताजमहल के साये में होटल रेडिशन ब्लू में पॉल्युशन रिलेटेड टू ताजमहल और विश्व पर्यावरण दिवस को लेकर कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में ताजमहल के चारों ओर 500 मीटर की सीमा व आस-पास के क्षेत्र को प्लास्टिक बैग, बोतल, प्लेटों आदि से आगामी 2020 तक एकल प्रयोग प्लास्टिक से मुक्त किये जाने को लेकर चिंतन मनन किया गया।
पांच जून को विश्वभर में पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। इसकी थीम इस बार ‘बीट प्लास्टिक पोल्यूशन’ रखी गई है। यूनाइटेड नेशंस इन्वायरमेंट प्रोग्राम (यूएनईपी) के इस कार्यक्रम की मेजबानी इस बार भारत कर रहा है। इस बैठक के बाद ब्रांड अम्बेडसर फिल्म अभिनेत्री दिया मिर्जा, केंद्रीय पर्यटन मंत्री डॉ. महेश शर्मा और यूनाइटेड नेशन एनवायरमेंट प्रोग्राम के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर एरिक सोल्हेम ने ताजमहल के पार्श्व दशहरा घाट पर स्वच्छता अभियान चलाकर देश और पूरे विश्व के लोगों को स्वच्छता और भारत के पर्यावरण के प्रति गंभीर होने का सन्देश दिया।
स्वच्छ्ता अभियान के बाद पत्रकारों से वार्ता करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ताजमहल और देश की चिंता है। आजादी के बाद एक ऐसा माहौल देश में आज पहली बार बना है जिससे देश की केंद्र सरकार और उत्तर प्रदेश की सरकार काम कर रही है। इसके लिए इससे बेहतर समय नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी किसी भी विकास के कार्य का शिलान्यास होने के साथ साथ काम कितने दिनों में पूरा हो जाएगा इस बात पर भी गंभीर रहते हैं।
उन्होंने कहा कि ताजमहल और पूरे भारत को प्लास्टिक से होने वाले नुक्सान से बचाएंगे। इसके केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार ने मिलकर यह फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि ताजमहल के 500 मीटर के दायरा पॉलीथिन मुक्त होगा और इसके साथ ही देश के सौ ऐतिहासिक स्मारकों जिनको देखने के लिए सबसे अधिक पर्यटक आते हैं इनको भी पॉलीथिन मुक्त रखा जाएगा। इस कार्य को छह महीने में पूरा कर लिया जाएगा।
इस दौरान बैठक में सभी से राय ली गयी जिसमें व्यापारी, उपद्योगपति , जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।