एत्मादपुर। नगर में भीख मांगने वालों का गैंग सक्रिय होता जा रहा है। इस गिरोह में महिलाओं के साथ -साथ नाबालिग बच्चों की भी देख सकते हैं ।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भीख मांगने के ठेकेदारों के द्वारा ठेके उठाये जाते हैं।
जिस उम्र मे बच्चों को पढ़ाई लिखाई कर उज्ज्वल भविष्य बनाने की लगन होती है उस उम्र में ये लोग बच्चों से जबरन भीख मंगवाने के लिए प्रताड़ित करते हैं।
कभी काली मां की तो कभी दुर्गा माँ का रूप रख कर थाली में धूप बत्ती जला कर नाबालिग बच्चों से भीख मंगवाई जाती है। इन लोगों के भीख मांगने के दिन भी बंधे रहते है। हफ्ते के दिनों की हिसाब से ये लोग अपनी – अपनी टोलियों को बाजार में उतारते है। आज यहाँ तो कल वहाँ और परसों कहीं और। यह काम बड़ी ही प्लानिंग से किया जाता है।
कई महिलाओं ने तो दूधमुहे बच्चों को गोद मे लेकर चार दिन से भूख होने का नाटक करना शुरू कर दिया है। ये महिलाएं जब कैमरा देख लेते है तो वह वहां से भाग खड़े होते हैं।
ऐसा नहीं है कि हर चौराहे पर भीख मांग रहे ये नाबालिग बच्चे पुलिस-प्रसाशन को न दिखाई देते हों लेकिन सब आँख मूंद कर बैठे हैं। जबकि गौर करने वाली बात है कि बच्चों द्वारा भीख मांगना कानून जुर्म है और जब इसके पीछे ठेकेदारों का गिरोह भी शामिल हो तो ये जुर्म और भी बड़ा हो जाता है।
पुलिस-प्रशासन को चाहिए कि इस तरह की गतिविधियों पर लगाम लगाए वरना जो ये ठेकेदार चंद पैसे के लालच में आज नाबालिगों से भीख मंगवा रहे हैं तो कल ज्यादा पैसे के लालच में इन्हीं बच्चों से कुछ भी काम करवा सकते हैं।
एत्मादपुर से पवन शर्मा की रिपोर्ट