Agra. गुरुवार को डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा के आगरा आगमन पर हिंदू महासभा के सभी पदाधिकारियों द्वारा कोई प्रदर्शन न हो इसके लिए पुलिस ने महासभा के नेताओं को नजरबंद कर दिया। हिंदूवादी नेता संजय जाट के घर पर पुलिस ने नोटिस चस्पा किया तो देर रात महासभा के जिला अध्यक्ष रौनक ठाकुर को चौकी पर ले जाया गया। इस घटना से हिन्दूवादियों में रोष व्याप्त है और इस एडीए के खिलाफ अपने आंदोलन को जारी रखने की बात कही।
बताया जाता है कि देहतोरा में एडीए द्वारा हनुमान मंदिर को तोड़े जाने पर कई उग्र आंदोलन कर चुके महासभा के पदाधिकारी उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा के आगरा आगमन पर सक्रिय हो गए उप मुख्यमंत्री से किसी भी स्थिति में मिलने और उनसे प्रशासन की शिकायत करने के उद्देश्य हिंदू महासभा ने प्लानिंग की लेकिन इसकी भनक एलआईयू इंटेलीजेंट को हो गई जिसके चलते रात में सभी पदाधिकारियों को नजरबंद कर दिया गया।

पुलिस व प्रशासन ने सबसे पहले संजय जाट के निवास पर प्रशासन का नोटिस चस्पा कर दिया। उसके बाद जिला अध्यक्ष रौनक ठाकुर के निवास पर भारी पुलिस फोर्स पहुंच गई और चौकी अमर विहार ले आई, जहां कार्यकर्ताओं को भनक लगी तो कार्यकर्ता चौकी पर इकट्ठे हो गए। कार्यकर्ताओं के दबाव के चलते 3 घंटे चौकी में बैठाने के बाद रौनक ठाकुर को निवास पर ले आए। उसके बाद जिला प्रभारी जितेंद्र कुशवाहा के घर पर पुलिस सुबह से ही डेरा जमा लिया।
इस मौके पर राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय जाट एवं प्रदेश अध्यक्ष सचिन प्रताप सिंह भदोरिया ने संयुक्त रूप से कहा कि प्रशासन नजर बंद करके कार्यकर्ताओं की आवाज को नहीं दबा सकते। आगरा विकास प्राधिकरण खिलाफ मोर्चा खोला था खुला है। जब तक मूर्ति वापस नहीं मिलेगी, मंदिर का निर्माण नहीं हुआ और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही नहीं हुई तब तक हिंदू महासभा प्रदर्शन करता रहेगा।