आगरा। पिछले दिनों प्रदेश सरकार की ओर से शहरी और ग्रामीण क्षेत्र की बिजली की दरों में बढ़ोतरी कर शहर वासियों और किसानों को जोर का झटका दिया था। शहर में लगातार बिजली की बढ़ी दरों का विरोध हुआ था लेकिन अब यह विरोध ग्रामीण अंचलों में अभी शुरू हो गया है।
शुक्रवार को शमशाबाद के किसानों ने बिजली की बढ़ी दरों के विरोध में शमशाबाद बिजली घर पर धरना शुरू कर दिया है। इस धरने में शामिल किसान प्रदेश सरकार के इस कदम का जमकर विरोध कर रहे हैं और नारेबाजी कर अपना आक्रोश जता रहे हैं। प्रदेश सरकार की ओर से ग्रामीण अंचल की विद्युत दरों में इस बार सबसे अधिक वृद्धि की गयी है तो वही ग्रामीण अंचलों में लगे 1 किलो वाट के मीटर को 2 किलोवाट में तब्दील किया जा रहा है, जिसका किसान विरोध कर रहे हैं। इस मामले में सरकार ने कोई सुनवाई नहीं की है । जिसको लेकर अब कर्मचारियों ने बिजली विभाग पर ही धरना शुरु कर दिया है।
किसानों का कहना है कि बिजली की बढ़ी हुई दरों की सबसे अधिक मार खेती करने वाले किसानों पर पड़ेगी क्योंकि खेतों में जो सिंचाई की जाती है। वह ट्यूबल के माध्यम से होती है जो बिजली से चलते है। किसानों ने साफ कर दिया है कि अगर सरकार ने बढ़ी विद्युत दरों को वापस नहीं लिया तो धरना जारी रहेगा।