आगरा में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाए जाने की मांग को लेकर सिविल सोसायटी पिछले काफी समय से प्रयास कर रही है। इसके लिए लगातार कागजी कार्यवाही भी विभिन्न माध्यमों से की जा रही है तो न्यायालय से लेकर सरकारी गलियारे हो या फिर सड़कों पर आकर संघर्ष का भी बाखूबी अंजाम दे रही है। आगरा सिविल सोसायटी अपनी इस आवाज को बुलंद करने के लिए 2 अक्टूबर को एक विशाल मार्च निकालने जा रही है जो राजा मंडी स्थित भगत सिंह हॉस्टल से शुरू होकर शहीद स्मारक तक जाएगा। इसकी जानकारी एक प्रेसवार्ता के दौरान दी गयी। प्रेसवार्ता में होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन, सामाजिक संगठन के प्रतिनिधियों और कांग्रेस के नेताओं ने भाग लिया। सभी ने मिलकर इस लड़ाई को आम व्यक्ति के साथ मिलकर सड़क पर लड़ने का ऐलान किया।
सिविल सोसायटी के अध्यक्ष अनिल शर्मा कहते हैं कि पिछले कई महीनों से वे निरंतर एयरपोर्ट के लिए प्रयास कर रहे हैं लेकिन अब इस लड़ाई को पूरे शहर के साथ लड़ने का वक्त आ गया है। इस लड़ाई में सामाजिक संगठन भी सहयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब वे इस लड़ाई को कोर्ट तक लेकर जाते हैं सरकार किसी न किसी माध्यम से मामले को हल्का करने की कोशिश करती है लेकिन सही तरह से जवाब फिर भी नहीं देती।
एयरपोर्ट की मांग को लेकर विगत कई दशकों से संघर्ष कर रहे होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश चौहान का कहना है कि फिलहाल इस मांग को लेकर सड़क पर मार्च निकाल रहे हैं लेकिन आने वाले समय में आवश्यकता पड़ी तो शहर के विधायकों और सांसदों को भी घेरने से भी पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा कि हर बार विधायक सांसद आश्वासन तो दे जाते हैं लेकिन करते कुछ नहीं है।
एयरपोर्ट के मामले पर विभिन्न राजनीतिक संगठनों को भी एकजुट करने का प्रयास किया जा रहा है। फिलहाल कांग्रेस के नेताओं ने पूरी तरह से इस विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेने की बात कही है। पिछले काफी समय से एयरपोर्ट के मामले को लेकर लड़ाई लड़ रही आगरा सिविल सोसायटी अब इस मामले पर जनाधार जुटा रही है और एयरपोर्ट की लड़ाई को आगरा शहर के हर आदमी की लड़ाई बनाकर शासन-प्रशासन से लेकर सरकार पर दबाव बनाने का प्रयास कर रही है जिसमें सोसायटी को भरपूर सहयोग भी मिल रहा है। अब देखना होगा कि 2 अक्टूबर का प्रदर्शन कितना जोरदार रहता है और सरकार पर दवा बनाने में कितना कारगर साबित हो पाता है।