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जल संकट को लेकर महिलाओं-बच्चों ने किया सड़क पर मटका फोड़ प्रदर्शन

by admin
Women and children demonstrated on the road due to water crisis

Agra. शहर में गंगाजल आ गया है, शहर में अब पेयजल का संकट ( Crisis) नहीं रहेगा। हर घर तक गंगाजल पहुँचेगा। अक्सर तह दावे जनप्रतिनिधियों से सुनने को मिलते है और उन्होंने भी इसका श्रेय लेने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है। एक जनप्रतिनिधि ( Representative) तो भगीरथ तक बन गए लेकिन नतीजा ढाक के तीन पात ही है। पेयजल (Drinking water) की समस्याओं को लेकर आज भी लोग सड़कों पर है और प्रदर्शन ( protest) करने को मजबूर है।

सोमवार को पिछले काफी समय से पेयजल की समस्या से जूझ रहे विद्या निकेतन कॉलोनी के वाशिन्दों का सब्र का बांध टूट गया। महिला, पुरूष और बच्चे सड़को पर उतर आए। हाथों में मटके लेकर कॉलोनी के लोग रामबाग चौराहे पर एकत्रित हुए और फिर प्रदर्शन व पैदल मार्च करते हुए जलसंस्थान की ओर कुछ किया। इस दौरान लोगों में जमकर नारेबाजी की तो लोगों के प्रदर्शन के चलते यमुना (River Yamuna) के पुल ( Bridge) पर जाम की स्थित बन गयी।

हाइवे पर प्रदर्शन कर रही यह महिलाएं और लोग वार्ड संख्या 42 के विद्या निकेतन कॉलोनी के है जो पेयजल की समस्या को लेकर सड़कों पर उतर आये है। हाथों में मटका लेकर बीच सड़क पर प्रदर्शन करती महिलाओं का कहना है कि क्षेत्र में काफी पेयजल की समस्या है। लोगों को नहाने से लेकर खाना बनाने तक के लिए पानी को मूल खरीदना पड़ता है, पानी के टैंकर आते हैं जिनसे ₹21 में ड्रम भरे जाते हैं। इस समस्या से कई बार क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ जल संस्थान के अधिकारियों को भी अवगत कराया गया है लेकिन उनके कानों पर आज तक कोई जू तक नहीं रेंगी। यही जनप्रतिनिधि पेयजल को लेकर हमेशा श्रेय लेने के लिए आगे खड़े रहते हैं लेकिन पेयजल की समस्या का समाधान तक नहीं कराते हैं इसलिए आज हाथों में मटका लेकर उन्हें सड़कों पर उतरना पड़ा है।

इन लोगों के प्रदर्शन के साथ ही पेयजल माफिया यमुनापार क्षेत्र में किस तरह से हावी है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जल संस्थान के पास पर्याप्त गंगाजल है। जल की आपूर्ति हो सकती है लेकिन आज तक पेयजल वितरण प्रणाली को दुरुस्त नहीं किया जा सका है। पीड़ित लोगों की इस समस्याओं की आवाज अधिकारियों के कानों तक आज तक नहीं पहुंच पाई है। लोगों का कहना है कि अधिकारी इस गंगाजल को वितरण करने में लगे हुए हैं लेकिन जिन लोगों के घरों तक पेयजल नहीं पहुंच पा रहा है और जहां पेयजल लाइनें वहां पानी नहीं पहुंच रहा है उस ओर किसी का ध्यान नहीं है।

फिलहाल हाईवे ( Highway) पर प्रदर्शन कर रही महिलाओं और पुरुषों में पेयजल की समस्या का निदान ना होने को लेकर शहर के जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों में खासा रोष व्याप्त है जो एक उग्र आंदोलन में कभी भी तब्दील हो सकता है।

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