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ये कैसा इंसाफ़, इतने बड़े जुर्म को हल्के में ले रही आगरा पुलिस

by pawan sharma

आगरा। थाना इरादत नगर से अपहरण हुई लड़की को दो महीने बाद पुलिस ने बरामद कर लिया हो लेकिन अभी भी यह पीड़िता न्याय के लिए भटक रही है। सभी आरोपियो की अभी तक गिरफ्तारी न होने से नाराज पीड़ित युवती अपने परिवार के साथ एसएसपी कार्यालय पहुँची और पुलिस अधिकारियों से मुलाकात कर इस मामले में उचित कार्यवाही की मांग उठाई।

पीड़ित युवती का आरोप है कि क्षेत्रीय पुलिस इस पूरे मामले को हल्का करने में लगी हुई है। इस मामले को बहला फुसलकर कर विवेचना को प्रभावित करने का प्रयास किया जा रहा है जबकि पूरा मामला देह व्यापार से जुड़ा हुआ है। पीड़ित का कहना है कि आरोपियो ने उसका अपहरण किया और बालात्कार करने एक बाद उसे बेचे जाने की तैयारी थी लेकिन किसी तरह दी महीने बाद वो भागने में सफल रही।

पीड़ित ने बताया कि इस पूरे मामले को विट्टू जैन, सोनू जैन, दीपक जैन, सलमान और अरमान ने अंजाम दिया है। यह सभी खुर्रा के रहने वाले है। पीड़ित का कहना है कि इनमें से एक के जीजा गांव में आया था और उसी ने उठाने के निर्देश दिए थे क्योंकि यह सब लड़की बेचने के धंधे में लगे हुए है।

पीड़ित ने बताया कि दो महीने पहले वो अपने गांव से आगरा अपने भाई के साथ आ रही थी। गांव से जिस ऑटो में सवार हुई उस ऑटो सवार ने भाई को धक्का मारा। भाई ने बचाने की कोशिश की तो और लोग मुँह पर कपड़ा बांध कर आ गए। पीड़ित ने बताया कि वो गांव से अपहरण करने के बाद अलीगढ़ लाये और फिर नेपाल बॉर्डर ले गए। करीब 18 दिन तक मारपीट करने के साथ साथ बेहोशी के इंजेक्शन लगाए और इस बीच बलात्कार भी किया गया। पीड़ित ने बताया कि उसके हाथपांव बांध दिया करते थे और मुँह पर टेप लगा देते थे जिससे कोई हरकत न कर सके।

पीड़ित में बताया कि इस मामले में पुलिस ने सिर्फ एक को जेल भेजा है जबकि दो को छोड़ दिया है। पीड़ित ने साफ कहा कि अगर सभी आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही नही हुई तो वो भूख हड़ताल करने को मजबूर होंगी।

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