आगरा। करीब दो वर्ष पूर्व सिकंदरा थाना क्षेत्र में ओम प्रकाश नाम के युवक की हुई हत्या का आगरा पुलिस ने खुलासा कर दिया है। इस हत्याकांड मामले में पुलिस ने तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है जिनके पास से अवैध असलाह बरामद किये गए हैं। पुलिस ने तीनों अभियुक्तों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही को अंजाम देकर जेल भेज दिया है। इस पूरे मामले का खुलासा एसएसपी आगरा बबलू कुमार ने किया।
9 फरवरी 2018 को थाना सिकंदरा क्षेत्र के गॉव जाऊपुरा में कुछ अज्ञात बदमाशों ने अतरौली निवासी ओमप्रकाश की हत्या कर दी थी। इस मामले में मृतक की पुत्री ने मुकदमा दर्ज कराया था। तभी से पुलिस इस घटना के खुलासे में लगी थी। हत्यारे मृतक के बेहद भरोसेमंद व करीबी होने के कारण इस खुलासे में देरी लगी लेकिन शनिवार को मुखबिर खास की सूचना पर तीनों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस ने ओमप्रकाश की हत्या में गोविंद पाण्डे, कमल सिंह और शैलेन्द्र को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। तीनों के पास से एक मोटरसाइकिल बिना नंबर प्लेट की और 32 बोर की देसी पिस्टल एक 12 बोर का देशी तमंचा व जिंदा कारतूस बरामद किए है।
एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि अभियुक्तों से पूछताछके पता चला है कि ओमप्रकाश की हत्या जमीनी रंजिश के कारण की गई थी। इस हत्याकांड को पुष्पेंद्र के कहने पर अंजाम दिया गया था। इस हत्याकांड को कमल सिंह व उसके साथियों द्वारा अंजाम दिया गया जिसके लिए पुष्पेंद्र ने उन्हें 60 हजार रुपये भी दिए।
एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि ओमप्रकाश अवैध रूप से शराब बेचने का काम करता था जिसके पास एक कीमती प्लाट था। मृतक ओमप्रकाश ने उसका सौदा पुष्पेंद्र से कर दिया था लेकिन पुष्पेंद्र के जेल में निरुद्ध होने के कारण ओमप्रकाश उस कीमती प्लाट को किसी ओर को बेचने की योजना बना ली जिसकी जानकारी होने से पुष्पेंद्र आक्रोशित था। पुष्पेंद्र ने जेल में मुलाकात हुई कमल के साथ ओमप्रकाश को रास्ते से हटाने की योजना बनाई। कमल एक ट्रक चालक की हत्या मामले में जेल में निरुद्ध था और बेल पर बाहर आया था।
9 फरवरी 2018 को पुष्पेंद्र ने मृतक ओमप्रकाश को शराब पीने के बहाने बुलाया जहाँ पहले से ही मौजूद कमल और उसके साथियों ने ओमप्रकाश के सिर पर लाठी डंडों का प्रहार कर उसकी हत्या कर दी। एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि इस मामले में एक अभियुक्त फरार है जिसकी धरपकड़ में पुलिस जुटी हुई है।