आगरा। वरिष्ठ चिकित्सक उमाकांत गुप्ता के अपहरण मामले में पुलिस को एक ओर बड़ी सफलता मिली है। दो और बदमाशों ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है। भले ही यह सफलता आगरा पुलिस की बजाए धौलपुर पुलिस के खाते में आई हो लेकिन इससे आगरा पुलिस का मनोबल जरूर बड़ा है। क्योंकि गिरफ्तार हुए दोनों बदमाशों का संबंध आगरा में हुई वारदात से था जिन पर आगरा पुलिस ने 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। चिकित्सक उमाकांत अपहरण कांड के मास्टर माइंड बदन सिंह और उसके एक साथी को एनकाउंटर में ढेर कर चुकी है। एक बदमाश ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया था जबकि महिला समेत दो बदमाश को धौलपुर पुलिस 13 जुलाई की रात को ही पकड़ चुकी थी जिनके माध्यम से चिकित्सक उमाकांत तक पुलिस पहुँच पाई थी और उनके अपहरण कर्ताओं के चंगुल से छुड़ा पाई थी।
पिछले दिनों ट्रांसयमुना निवासी चिकित्सक उमाकांत गुप्ता का बदन सिंह गैंग ने अपहरण कर लिया था। इस अपहरण में शामिल महिला संध्या और बदमाश पवन को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। एक बदमाश ने थाना एत्माद्दौला में आकर सरेंडर कर दिया था। भोला के सरेंडर करने से पहले जगनेर में पुलिस मुठभेड़ में एक लाख का इनामी बदन सिंह व उसका साथी अक्षय को मारे गए थे। इस वारदात में शामिल रामकेश गुर्जर निवासी राजाखेड़ा धौलपुर और उसके एक साथी को धौलपुर पुलिस ने शनिवार रात को गिरफ्तार किया। रामकेश एनकांउटर में मारे गए एक लाख के इनामी बदन सिंह का चचेरा भाई है। रामकेश को पुलिस ने चंबल के बीहड़ तो भोला को दिहौली में गिरफ्तार किया गया। इनके पास से एक-एक तमंचा और कारतूस बरामद किया गया। दोनों बदमाश डॉक्टर के अपरहण के बाद से फरार चल रहे थे।
आगरा पुलिस के एनकाउंटर का खौफ बदमाशों में दिखने लगा है। इसलिए तो बदमाश जान बचाने के लिए सरेंडर कर रहे है। अभी गैंग के दो-तीन बदमाश फरार हैं, पुलिस उनकी भी गिरफ्तारी में जुटी हुई है।