प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आधी आबादी की सुरक्षा के दावों की पोल खुलती नजर आ रही है। पिछले 24 घंटे में दो अलग-अलग घटनाओं में दो मासूम बच्चियों को हवस का शिकार बनाया गया। एक घटना सआदतगंज थाना क्षेत्र के अम्बरगंज चौकी की है, जहां एक 10 माह की मासूम को हवस का शिकार बनाया गया तो वहीं समराई चौकी क्षेत्र में एक 6 साल की मासूम के साथ दुराचार करने की जानकारी सामने आई। परिजनों की शिकायत पर लखनऊ पुलिस ने दोनों ही मामले में आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
थाना सआदतगंज इंस्पेक्टर ने बताया कि एक महिला बताया कि रविवार रात में घर की किचन में खाना बना रही थी, उसी वक्त पड़ोस में रहने वाला सनी कुमार उनके घर आया। सनी अक्सर घर आता रहता था। उसने सनी को पानी दिया और वापस किचन में चली गई। सनी उसकी मासूम बच्ची को खिलाने लगा, थोड़ी देर बाद ही मासूम के रोने चीखने की आवाज आई तो उसने दौड़ लगाई। बच्ची की हालत देख सकते में आ गई। बच्ची की आवाज सुनकर मकान मालिक भी आ गए। घटना की जानकारी पुलिस को दी गई जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी सनी को गिरफ्तार कर लिया।
वहीं दूसरे मामले में समराई चौकी क्षेत्र में एक परिवार रहता है। इंस्पेक्टर ने बताया कि परिवार में एक 6 साल की मासूम बच्ची है, उनके पड़ोस में शमसार नाम का युवक रहता था जो कि बिहार का निवासी है। परिजनों ने आरोप लगाया कि बीते 12 नवंबर को पड़ोसी शमसार में उनके घर आकर मासूम बच्ची से दुराचार किया। विरोध पर बच्चे को धमकाया था, जब बच्ची ने रो-रोकर घरवालों को आपबीती बताई तब पुलिस को जानकारी दी गई पुलिस ने आरोपी समाचार को गिरफ्तार कर लिया है जबकि बच्ची को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है।
बताते चलें कि 6 दिन पहले ही 9 नवंबर को राजधानी के गुडंबा थाना क्षेत्र में एक अधेड़ ने 5 साल की मासूम बच्ची के साथ दुराचार को अंजाम दिया था। राजधानी में हो रही इन घटनाओं ने महिला सुरक्षा को लेकर सवाल खड़ा कर दिया है कि जब प्रदेश की राजधानी ही सुरक्षित नहीं है तो बाकी जिलों का क्या हाल रहेगा।