Home » कलम के योद्धा वरिष्ठ पत्रकार पं रमाशंकर शर्मा को अर्पित की भावभीनी श्रद्धांजलि, उनके कृतित्व और व्यक्तित्व को किया नमन।

कलम के योद्धा वरिष्ठ पत्रकार पं रमाशंकर शर्मा को अर्पित की भावभीनी श्रद्धांजलि, उनके कृतित्व और व्यक्तित्व को किया नमन।

by admin

आगरा। जब देश में आपातकाल लागू हुआ तो प्रदेश में कलम से पहली लड़ाई स्व पंडित रमाशंकर शर्मा ने लड़ी। वो पहले व्यक्ति थे बोलने वाले। प्रदेश में पहले मान्यता प्राप्त पत्रकार थे। विरोध में उन्होंने प्रशासन को प्रेस का मान्यता कार्ड लौटा दिया था। ये विचार ताज प्रेस क्लब के संस्थापक अध्यक्ष, वरिष्ठ पत्रकार राजीव सक्सेना ने रविवार को प्रचारिणी सभागार में दैनिक सैनिक समाचार पत्र के पूर्व सम्पादक एवं अमर उजाला समाचार पत्र के वरिष्ठ पत्रकार स्व. रमाशंकर शर्मा जी की स्मृति में आयोजित शोक सभा में व्यक्त किए।

एमजी रोड, आगरा कालेज के सामने नागरी प्रचारिणी सभागार में रेडियो पत्रकारिता के स्तंभ प. रमाशंकर शर्मा की स्मृति में श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
प. रमाशंकर शर्मा जी के साथ लंबे समय तक पत्रकारिता जगत से जुड़े रहे
कवि रामेंद्र मोहन त्रिपाठी ने कहा 70 के दशक में शर्मा जी ने पत्रकारिता शुरू की।

ताज प्रेस क्लब पूर्व अध्यक्ष गजेंद्र यादव पंडित जी के साथ आत्मीय संबंधों के स्मरणों पर भावुक हो गए। उन्होंने कहा पंडित जी पत्रकारिता की पाठशाला थे। पंडित जी के शिष्य डा अजय सिंह ने पंडित जी के चित्र पर पुष अर्पित किए। वरिष्ठ पत्रकार शिव शंकर भार्गव ने कहा मैं उनसे 50 साल से परिचित था। स्वराज्य, सैनिक, अमर उजाला पंडित जी ने सेवाएं दीं। निश्छल स्वभाव थे।संजय तिवारी ने कहा पंडित जी जीवनभर अविवाहित रहे। सतीश खंडेलवाल, रामहेत शर्मा ने कहा हसमुख व मिलनानार थे। अमित शर्मा ने उन्हें पत्रकारिता व साहित्य का संत बताया। वरिष्ठ पत्रकार भुवनेन्द्र श्रोतिया ने कहा मेरा तीन पीढ़ियों से उनके परिवार से रिश्ता हैं। ये मेरा सौभाग्य है। पंडित जी के पिता शुभासी जी ब्रज भाषा के बडे़ कवि थे।

उत्तर प्रदेश जर्नलिस्ट एसोसिएशन (उपजा) के जिला अध्यक्ष देश दीपक तिवारी ने कहा पंडित जी की स्मृतियों और आदर्शों को युवा पीढ़ी कभी नहीं भूलेगी। उनके आदर्शों को हमेशा याद किया जाएगा। राजेश दीक्षित, ऋषि दीक्षित, डा महेश चंद्र धाकड़ ने उन्हें नमन किया। राजकुमार शर्मा ने कहा हिन्दी साहित्य के नक्षत्र पंडित जी स्वयं के प्रकाश से प्रकाशित थे। मुकेश वर्मा, राजपाल भारद्वाज,
शिव कुमार गुप्ता ने श्रद्धांजलि दी। वरिष्ठ पत्रकार राजीव सक्सेना ने कहा आपातकाल में रमा शंकर जी मान्यता प्राप्त पहले पत्रकार थे। प्रशासन को कार्ड वापास किया। आपातकाल के खिलाफ आवाज उठाई। जीवनभर पत्रकारिता की। किसी सरकारी योजना का लाभ नहीं मिला। कलम से लड़ाई की, पेंशन योजना लाभ नहीं मिला। आगरा डा बी आर अम्बेडकर विवि को उनके साहित्य व लेखन पर शोध कराना चाहिए। सभा में हेमंत लवानिया, आशीष कुलश्रेष्ठ, अनिल शुक्ला ने शोक संवेदनाएं भेजीं।

श्रद्धांजलि सभा में ताज प्रेस क्लब कोषाध्यक्ष व हिन्दुस्तान के वरिष्ठ पत्रकार मनोज मित्तल की धर्मपत्नी स्व अनीता जी, अमर उजाला के छायाकार मनीष शर्मा की माता जी स्व मालती देवी जी व ट्रांस यमुना निवासी पत्रकार राजेश दुबे के पिता स्व ओम प्रकाश दुबे जी के निधन पर दिवगंत पुण्यात्मा की शांति के लिए सभा में मौन रख श्रदांजलि अर्पित की गई। सभा में मानिकचंद शर्मा, सतीश खंडेलवाल, राजपाल भारद्वाज, राघवेन्द्र दत्त शर्मा अजय सिंह, एड सत्य प्रकाश शुक्ल, डा महेश चंद्र धाकड़, नरेंद्र नितांत, संजय तिवारी, राजेंद्र यादव, राजेश दीक्षित, शिवकुमार गुप्ता, ज्ञानेश वर्मा आदि उपस्थित रहे।

Related Articles

Leave a Comment