Agra. टोरंट की कारगुजारी से आम उपभोक्ता पहले से ही परेशान है लेकिन अब टोरंट की मनमानी धार्मिक स्थलों पर भी देखने को मिल रही है। टोरेंट पावर की ओर से मंदिरों और विधायक निधि से मंदिर के पास लगी समरसेबल के लिए स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं और टोरंट की ओर से सिर्फ 200 रुपए की लाइट मंदिर व समरसेबल के लिए मुफ्त दी जाएगी। अगर इससे ऊपर विद्युत बिल आता है तो उसका भुगतान मंदिर के महंत या फिर क्षेत्रीय लोगों को करना होगा।
मामला आवास विकास सेक्टर 4 के सतनाम नगर और सेक्टर 1 में स्थित मंदिरों पर टोरंट ने जबरदस्ती स्मार्ट मीटर लगा दिये है। यह स्मार्ट मीटर मंदिर और मंदिर के पास लगी समरसेबल के लिए लगाए गए हैं। इन मीटर में केवल 200 रुपये की लाइट मुफ्त मिलेगी और इससे ऊपर बिल निकलता है तो उसका भुगतान करना होगा। टोरंट की इस कार्यवाही से मंदिर के महंत और क्षेत्रीय लोगों में खासा आक्रोश व्याप्त है। मंदिर के महंत का कहना है कि टोरंट ने अपनी इस कार्यवाही से मंदिर से गरीबों को मिलने वाले पानी को भी छीन लिया है।
आवास विकास सेक्टर 4 के सतनाम नगर स्थित मंदिर के महंत का कहना था कि मंदिर के पासी विधायक निधि से समरसेबल लगवाई गई थी लेकिन टोरेंट पावर ने मंदिर और समर्सिबल के विद्युत बिल के लिए स्मार्ट मीटर लगा दिया है। इस स्मार्ट मीटर में मंदिर और समर सिविल के लिए सिर्फ ₹200 की लाइट मिलेगी। ₹200 की लाइट में मंदिर की लाइट जलेगी या फिर समरसेबल चलेगी, यह अब बड़ा सवाल खड़ा हो गया है।

मंदिर से जुड़े हुए लोगों का कहना है कि क्षेत्र में पेयजल की किल्लत है। काफी संख्या में ऐसे लोग इस क्षेत्र में रहते हैं जो रोज कमाते हैं और खाते हैं। अधिकतर लोग सरकारी समर से पानी भरकर ले जाते हैं और मंदिर की धुलाई भी इसी समरसेबल से होती है लेकिन टोरंट की इस कार्रवाई ने समर चलाने पर रोक सी लगा दी है। क्योंकि समर चलने से ही ₹200 की मुफ्त लाइट 2 या 3 दिन में खत्म हो जाएगी और उसके बाद जो बिल आएगा, उस बिल को मंदिर को चुकाना होगा।
टोरेंट पावर की इस कार्रवाई से लोगों में रोष व्याप्त है और लोग गांव सड़कों पर उतरने का मन बना रहे हैं जिससे मंदिर और सरकारी समर के लिए लगाए गए इस स्मार्ट मीटरों को हटाया जा सके।