आगरा। ताजनगरी के शहरी क्षेत्र में लगभग 11 साल पहले आई निजी विद्युत वितरण कंपनी टोरंट पॉवर द्वारा निर्बाध बिजली आपूर्ति का दावा किया गया है। टोरंट कंपनी द्वारा जारी किए गए एक प्रेस नोट में पिछले 11 साल में आगरा शहर में किये गए बड़े काम और बिजली आपूर्ति की व्यवस्था में लाये गए आमूलचूल सुधार और उपलब्धियों की जानकारी दी गयी है। इतना ही नहीं कंपनी के अधिकारियों का दावा है कि वे ताज ट्रिपेजियम जोन (टीटीजेड) क्षेत्र में 4.87 लाख उपभोक्ताओं को 23.53 घंटे बिजली आपूर्ति प्रदान कर रहे हैं।
बताया गया कि टोरंट द्वारा आगरा में निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए 221 वर्गमीटर क्षेत्रफल में 3,659 किलोमीटर बिजली लाइन भूमिगत कर दी गई है। 735 किलोमीटर एचटी और 2,209 किलोमीटर एलटी लाइन शामिल हैं। इन वर्षों में 70 फीसदी लाइन लॉस से उभरकर ताजनगरी 12.81 फीसदी पर आ गई है। बता दें कि दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (डीवीवीएनएल) ने फ्रेंचाइजी के तौर पर साल 2010 में टोरंट पॉवर को शहर की विद्युत आपूर्ति सौंपी थी। उस वक्त शहर में 2.73 लाख बिजली के उपभोक्ता थे। शहर में लाइन लॉस 70 फीसदी था।
टोरंट ने 221 वर्गमीटर क्षेत्रफल में बिजली सप्लाई की बागडोर हाथ में ली। इन वर्षों में 80 फीसदी क्षेत्र में लोटेंशन और 47 फीसदी क्षेत्र में हाइटेंशन लाइनों को भूमिगत किया है। परिणामस्वरूप बिजली चोरी रुकने पर 3.24 लाख उपभोक्ताओं को नए बिजली कनेक्शन दिए। इसमें 1.1 लाख उपभोक्ता स्लम क्षेत्रों के थे। पिछले दो सालों में एक से चार किलो वॉट तक के 30,816 नए संयोजनों को बिना विद्युतीकरण और बिना ट्रांसफार्मर के क्रियान्वयन के बाद जारी किया है। दो सालों में 5.039 उपभोक्ताओं का विद्युत भार बिना ट्रांसफार्मर स्थापित किए बढ़ाया गया है। पिछले दो सालों में 144 स्थानों पर ट्रांसफार्मर लगाकर नए किनेक्शन दिए हैं। कंपनी के अधिकारियों का कहना हैं कि उत्तर प्रदेश में ताजनगरी पहला ऐसा शहर है, जहां इतने बड़े क्षेत्रफल में विद्युत लाइनें भूमिगत करके निर्बाध विद्युत आपूर्ति प्रदान की जा रही है।
बारिश में भी बिजली आपूर्ति का दावा
कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि ताजनगरी में बारिश के दौरान भी उपभोक्ताओं की बत्ती गुल नहीं होती है। 80 फीसदी भूमिगत इलाकों में सप्लाई निरंतर जारी रहती है, लेकिन तेज आंधी के कारण सप्लाई को सुरक्षा की दृष्टि से बंद करना पड़ता है। कई दफा तो तेज बारिश में बेसमेंट इत्यादि में पानी भर जाने के कारण सप्लाई बाधित हो जाती है। टोरंट ने स्मार्ट सिटी के तहत फतेहाबाद रोड पर कार्य किया है। इस क्षेत्र में उन्होंने बड़ी लाइनों आदि को भी भूमिगत करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। काफी समय पहले निजी कंपनी टॉरेंट पावर द्वारा ताजमहल के आसपास के इलाके सभी लाइनों को भूमिगत किया गया है इससे निर्बाध आपूर्ति प्राप्त हो रही है।