मथुरा। रेलवे ट्रैक पर दौड़ती ट्रेनों की एसएलआर बोगी से बुक माल की चोरी करने वाले अपराधियों के खिलाफ आरपीएफ ने विशेष अभियान चला रखा है। इस अभियान के अंतर्गत आरपीएफ कैंट को पहली सफलता हाथ लगी थी तो दूसरी बड़ी सफलता मथुरा आरपीएफ को मिली है। मथुरा आरपीएफ ने मुखबिर खास की सूचना पर एसएलआर व लीज्ड की चोरी करने वाले तीन शातिर अपराधियों को मथुरा रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 4/5 से गिरफ्तार किया है। इन अभियुक्तों के पास से रेलवे मार्का के दो बोरे भी बरामद किए है। यह अभियुक्त इन बोरों को चोरी करके ले जाते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है जिसकी जानकारी वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त आरपीएफ अपूर्व अग्निहोत्री ने प्रेसवार्ता के दौरान दी।
प्रेसवार्ता के दौरान आरपीएफ कमांडेंट अपूर्व अग्निहोत्री ने बताया कि मुखबिर खास से इन अपराधियों की सूचना मिली थी। इसी सूचना पर आरपीएफ और सीपीडीएस टीम ने संयुक्त रूप से कार्यवाही को अंजाम दिया था और तीन शातिर अपराधियों को धर दबोचा। पकड़े गए अभियुक्त
दिलीप गोश्वामी पुत्र भगवती प्रसाद गोश्वामी निवासी देवरी रोड अरुण मार्केट, गोविन्द बिहार आगरा, प्रदीप उर्फ मुन्नाबाबू पुत्र स्व सुखराम निवासी ग्राम – नगला रामकिशन, लाइन पार धोबी घाट, टूंडला फिरोजाबाद और सलीम कमालुद्दीन पुत्र शाहबुद्दीन, किदवई नगर, सराय ख्वाजा, थाना शाहगंज,आगरा शातिर बदमाश है जिनके पास से
चलती गाड़ियों में चोरी करने के औजार बरामद किए है और चोरी के दो मामलो का खुलासा भी हुआ है। इन अपराधियों से दो मामलो की 70,000 और 30,000 बरामद किये है और पूर्व के एक प्रकरण के माल की बरामदगी की है। अभियुक्तगणों ने पूछताछ में बताया की बरामद माल अलग-अलग गाड़ियों से चोरी किया हुआ है। इस गिरोह में अन्य 9 लोग और शामिल है जिनकी जानकारी इन अभियुक्तों ने पूछताछ के दौरान दी है।
आरपीएफ कमांडेंट अपूर्व अग्निहोत्री ने बताया कि अभियुक्तगण यात्री गाड़ियों में निज़ामुद्दीन व नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर से ट्रेन ड्राइवर का भेष बनाकर गाड़ियों के फ्रंट SLR के पास गार्ड ब्रेक व महिला कम्पार्टमेंट में आम सवारियों को ट्रेन से चढने से रोककर खुद सवार हो जाते है और गाड़ी स्टार्ट होने के बाद छेनी/ पेचकस व हथौड़ा की मदद से SLR की प्लाई/आयरन शीट काटकर बुक कन्साइनमेंट/ लीज की चोरी कर अपने बैगों में माल भरकर जहाँ भी ट्रेन TOS व बंचिंग में खड़ी होती है वहीं चोरी किया हुआ माल लेकर उतर जाते है। जरूरत पड़ने पर चैन पुलिंग करके भी फरार हो जाते है। इन शातिरों से जो माल बरामद हुआ है और नगदी बरामद हुई है उसकी कुल कीमत 1,76,000 रुपये है। तीनो शातिरो के खिलाफ कानूनी कार्यवाही को अंजाम देकर जेल भेज दिया है और बाकी अपराधियों की धरपकड़ की जा रही है।