आगरा। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के महापर्व में अब भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) मोहब्बत की निशानी ताजमहल के माध्यम से अपनी सहभागिता दर्ज करा रहा है।भारतीय पुरातत्व विभाग देशभर से आने वाले पर्यटकों को ‘देश के जागरूक नागरिक बनें और मतदान अवश्य करें’ का संदेश दे रहा है तो विदेशों से आने वाले सैलानी भी इस प्रयास के माध्यम भारतीय लोकतंत्र की इस कार्यप्रणाली से रूबरू हो रहे हैं।
पुरात्तव विभाग की ओर से ताज के पूर्वी गेट के नजदीक उद्यान शाखा के कार्यालय परिसर में फ्लैक्स लगाकर मतदाताओं को मतदान के लिए जागरूक किया जा रहा है। इन फ्लेक्स पर मतदान अवश्य करे के स्लोगन लिखे गए है जिससे लोग देशहित में मतदान करे। इससे पहले यहाँ होर्डिंग लगा था, इसमें पर्यटकों की सुविधा को उठाए गए कदमों की जानकारी थी। होर्डिंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर भी थी। लोकसभा चुनाव की आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद एएसआइ ने इस होर्डिंग को ढक दिया और होर्डिंग पर मतदान संबंधित फ्लैक्स लगा दिए है। इससे पहले भी ताजमहल लोकतंत्र के महापर्व में सहभागी रहा है।
वर्ष 2014 में हुए लोकसभा चुनाव के समय ताजमहल की टिकटों पर मतदान की अपील की गई थी। तब स्मारक में कार्ड शीट वाली टिकट पर्यटकों को दी जाती थी। उस पर राष्ट्रहित में मतदान करें की मोहर लगाकर देशवासियों को मतदान के लिए जागरूक किया गया था। टिकट विंडो पर उमडऩे वाली भीड़ को देखते हुए मोहर लगाने के लिए अलग से कर्मचारी तैनात किए गए थे। अब स्मारक पर ई-टिकट लागू हो चुकी है, जिस पर मोहर लगाने से उसे स्कैन करने में दिक्कत है। इसके चलते टिकट पर मतदान का संदेश एएसआइ नहीं दे पा रहा है।
अधीक्षण पुरातत्वविद वसंत कुमार स्वर्णकार ने बताया कि लोकतंत्र के इस महापर्व में हर व्यक्ति की सहभागिता हो इसके लिए ताजमहल पर होर्डिंग लगाकर देशवासियों को मतदान करने के प्रति मतदाताओं को जागरूक किया जा रहा है।