उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पूर्व भाजपा के नेता अपने बयानों से पार्टी की मुसीबत बढ़ा रहे हैं। इस बार उत्तराखंड की पूर्व राज्यपाल और भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बेबीरानी मौर्य (Babyrani Maurya) ने अजब बयान दिया है। जिससे पार्टी की मुश्किल बढ़ सकती है। उन्होंने महिलाओं को नसीहत देते हुए कहा कि महिलाओं को अंधेरा होने के बाद थाने नहीं जाना चाहिए। जरूरत पड़ने पर दिन के समय में भाई अथवा पिता के साथ ही महिलाएं थाने जाएं। पूर्व राज्यपाल के बयान पर अब विपक्षियों ने निशाना साधना शुरू कर दिया है।
पूर्व राज्यपाल बेबीरानी मौर्य ने यह बयान वाराणसी के बजरडीहा इलाके की वाल्मीकि बस्ती में शुक्रवार रात आयोजित कार्यक्रम में दिया। उन्होंने कहा, थानों पर एक महिला अधिकारी और सब इंस्पेक्टर बैठती जरूर हैं, लेकिन एक बात जरूर कहूंगी कि शाम पांच बजे अंधेरा होने के बाद थाने कभी मत जाना। यहां आयोजित सहभोज कार्यक्रम से पहले उन्होंने कहा, महिलाओं के लिए सरकार ने बहुत काम किया है और व्यवस्था में बदलाव भी हुआ है।
इस दौरान उन्होंने खाद संकट पर भी अधिकारियों द्वारा गुमराह करने की बात कही। आगरा का उदाहरण देते हुए कहा कि अधिकारी जनप्रतिनिधियों को गुमराह करते रहते हैं। उन्होंने बताया कि मुझे एक किसान का फोन आया तो मैंने खाद के लिए अधिकारी को फोन किया।मेरे कहने पर अधिकारी ने कहा कि खाद मिल जाएगी लेकिन बाद में किसान से मना कर दिया। उन्होंने कहा कि अधिकारी सरकार की छवि को धूमिल करने की कोशिश कर रहे हैं, जो सही नहीं है। उन्होंने कहा यदि इस तरह की शिकायत होती है तो डीएम से शिकायत करो और मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री को पत्र लिखिए।