आगरा। बाल शोषण के प्रति योगी सरकार गंभीर बनी हुई है। बच्चों को शोषण से बचाने के लिए योगी सरकार ने कवच नामक अभियान की शुरुआत की है। इस अभियान के तहत शहर के विभिन्न थानों में टीमें गठित की गई हैं जो स्कूलों में जाकर बच्चों को बाल शोषण के प्रति जागरूक करेंगी और उन्हें आत्मरक्षा के गुण भी सिखाएगी।
हर थाने से थाना प्रभारी, एक उपनिरीक्षक तथा एक महिला और एक पुरुष कांस्टेबल को इसके लिए अधिकृत किया है। दो बाल कल्याण समिति सदस्य, 6 आशा ज्योति केंद्र सदस्य, तीन बाल संरक्षण इकाई, पांच चाइल्ड लाइन सदस्य तथा बीस सामाजिक कार्यकर्ता 135 स्कूलों में जाकर बच्चों को जागरूक करेंगे।
कवच अभियान में जुड़े सभी की मॉनिटरिंग महिला कल्याण विभाग द्वारा नामित मास्टर ट्रेनर नरेश पारस कर रहे हैं। आरटीआई एक्टिविट्स नरेश पर्स बाल शोषण के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे है। बच्चों की तस्करी के खिलाफ भी नरेश पारस ने कई अहम लड़ाई लड़ चुके है। कवच अभियान में बालिकाओं को आत्मरक्षा व जन जागरूकता संबंधी प्रशिक्षण देने वाले सभी प्रशिक्षकों को मास्टर ट्रेनर नरेश पारस द्वारा प्रशिक्षण दिया गया है। इस प्रशिक्षण के बाद
576 प्रशिक्षक बच्चों के सुरक्षा कवच बनेंगे।
राज्य महिला आयोग की सदस्य निर्मला दीक्षित ने इस अभियान को योगी सरकार का ऐतिहासिक कदम बताया। उनका कहना था कि अगर इस अभियान में लापरवाही नही बरती गई तो बालिकाओं के लिए यह वास्तव के कवच बन जायेगा।
कार्यक्रम का संचालन यूनीसेफ के मंडल तकनीकी विशेषज्ञ सैय्यद इमरान ने किया। वत्सला प्रभाकर, शीला बहल, प्रतिभा जिंदल, बाल कल्याण समिति की विनीता कुलश्रेष्ठ, आशा गुप्ता, आशा ज्योति केन्द्र प्रभारी दीपशिखा सिंह, पायल कटियार, चाइल्ड लाइन की रितु वर्मा, तुषा शर्मा, सोमा जैन, जीशान अंसारी आदि ने बाल सुरक्षा के मुद्दे पर अपनी बात रखी। प्रशिक्षण में थानों के महिला तथा पुलिस कर्मियों ने भाग लिया।