अयोध्या में प्रभु श्री राम मंदिर निर्माण की नींव का कार्य शुरू हो चुका है। वहीं अब यह कार्य तीव्र गति से किया जा रहा है। मिली जानकारी के मुताबिक राम मंदिर की नींव के लिए जमीन से 40 फीट नीचे से कंक्रीट की लेयर्स डालने का काम किया जा रहा है।साथ ही यह बताया गया कि 45 लेयर्स डालने के बाद 12 फीट ऊंचा चबूतरा बनाया जाएगा, जहां से भव्य राम मंदिर के गर्भ गृह मंडप का निर्माण होना शुरू होगा।
बहरहाल , राम मंदिर की नींव के कार्य के लिए जन्मस्थल पर जमीन से 40 फीट नीचे तक गहरी खुदाई की गई है। कहा जा रहा है कि इस खुदाई के बाद जन्म स्थल से निकली तमाम मूर्तियों और मंदिर अवशेषों को संभाल कर रखा गया है।वहीं जमीन में 40 फीट की गहरी खुदाई राम मंदिर की नींव को मजबूत करने के लिए की गई है। इस विशाल स्थल पर अब कंक्रीट की लेयर्स बिछाने का काम भी चल रहा है। जानकारी के मुताबिक अब तक 4 लेयर्स एक के ऊपर एक बिछाई जा चुकी हैं। इन लेयर्स की लंबाई 400 फीट और चौड़ाई 300 फीट है।
एक लेयर जो करीब 12 इंच मोटी बिछाई जा रही है, उसके बाद रोलर से दबाया जाता है। जब ये लेयर 2 इंच दबकर 10 इंच रह जाती है तब दूसरी लेयर बिछाई जाती है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 40-45 लेयर बिछाई जाएंगी, तब जाकर साढ़े 16 फीट ऊंचे चबूतरे का निर्माण शुरू किया जाएगा। अनुमान लगाया जा रहा है कि भव्य राम मंदिर के निर्माण में 36 महीनों का समय लगेगा। ऐसे में दिसंबर 2023 से मार्च 2024 के बीच भव्य श्री राम मंदिर बंद कर तैयार हो सकेगा।