Agra. एक युवती की धोखे से दिव्यांग युवक से शादी करा दी गई। सुहागरात पर जब उसे इस बारे में पता चला तो उसने इसका विरोध किया। ससुराल पक्ष ने नवविवाहित पर बंदिशें लगा कर घर में बंधक के रूप में रखने का भी प्रयास किया। पहली बार ससुराल से विदा होकर घर पहुंची पीड़िता ने परिजनों को सारे घटना से रूबरू कराया तो युवती के परिजन भी हक्के बक्के रहे गए। पीड़ित परिजनों ने इस पूरे मामले की शिकायत एसएसपी ऑफिस में की और प्रार्थना पत्र देकर कार्रवाई की मांग की।
लोहामंडी क्षेत्र की रहने वाली युवती की शादी एक महीने पहले मथुरा के युवक से हुई थी। परिजनों का कहना है कि एक बिचौलिये ने लड़का बताया था। इस पर देखने गए थे। लड़का एक कुर्सी पर बैठा था। उसके घरवाले बातचीत करते रहे। उसको चलते हुए नहीं देखा। उनसे कहा था कि खुद की दुकान है, खेतीबाड़ी भी है। इसके बाद बिना युवक के घरवाले खेती बाड़ी दिखाने ले गए। संपन्न परिवार देखकर शादी के लिए तैयार हो गए।
जयमाला पर हुआ था शक
जनवरी में शादी हुई। बरात के बाद दूल्हा जयमाला में आया। वह कुर्सी पर बैठा हुआ था। उससे खड़ा होने के लिए बोला गया। मगर, वो ठीक से खड़ा नहीं हो पा रहा था। यह देखकर घरातियों ने बरातियों से पूछताछ की। उन्होंने बताया कि पिछले दिनों एक इंजेक्शन लगवाया था। तब से दर्द हो रहा है। इस कारण ही दिक्कत हो रही है। कुछ दिन में ठीक हो जाएगी। जयमाला के समय भी उसे दिक्कत हो रही थी।
सामने आई हकीकत
नवविवाहिता ने बताया कि ससुराल पहुंचने पर दूल्हे की हकीकत सामने आ गई। वह बचपन से विकलांग था। इसके बारे में पूछने पर ससुराली चुप करने लगे। बाद में मोबाइल छीन लिया। घरवालों से भी बात नहीं करने देते। 31 जनवरी को वह शादी के बाद पहली बार अपने घर आई। इस पर उसने दूल्हे की हकीकत बता दी। पांच दिन बाद ससुराली आए। युवती को अपने साथ ले गए।
एसएसपी से की शिकायत
पीड़िता ने बताया कि ससुराल वाले उसका उत्पीड़न करने लगे। 18 फरवरी को मां मिलने आई थी। इस दौरान बेटी को घर ले जाने की कहने पर सुसरालियों ने अभद्रता की। बाद में मां बेटी को घर ले आई। पीड़िता की मां ने एसएसपी ऑफिस में प्रार्थनापत्र दिया। एसएसपी सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि पीड़िता की शिकायत पर महिला थाना को जांच के आदेश दिए हैं।