आगरा। लॉक डाउन 3.0 को प्रभावी बनाने के नाम पर खाकी का दूसरा रूप देखने को मिल रहा है। कोरोना संक्रमण के बीच अन्य कार्यों को अंजाम देने में जुटे सरकारी कर्मचारियों के साथ अभद्रता और उनके चालान काटे जाने की बात आम हो गई है। खाकी के इस रूप के कारण अन्य विभागों के सरकारी कर्मचारी नाराज है और सफाई कर्मचारियों के साथ लेखपाल तो खुलकर विरोध और अपनी शिकायत दर्ज करा चुके हैं लेकिन खाकी का रवैया नहीं बदल रहा है।
खाकी के इस व्यवहार के कारण अब पुलिस और प्रशासन के बीच तलवारें खिंचती हुई नजर आ रही है। गुरुवार को कलेक्ट्रेट तिराहे पर लेखपाल का चालान काटने से लेखपालों में रोष फैल गया। उन्होंने इसकी शिकायत एसडीएम गरिमा सिंह से कही और कहा कि ऐसे कैसे काम होगा। इससे एसडीएम गरिमा सिंह काफी नाराज हुई और खुद ही कलेक्ट्रेट तिराहे पर पहुँच गयी। लेखपालों के चालान काटे जाने से नाराज SDM सदर गरिमा सिंह की कलेक्ट्रेट तिराहे पर तैनात पुलिस कर्मियों और ट्रैफिक कर्मियों से जमकर बहस हुई।
SDM सदर गरिमा सिंह की पुलिस कर्मियों और ट्रैफिक कर्मियों से कहा सुनी का वीडियो तेजी के साथ वायरल हो रहा है। इस वीडियो में एसडीएम सदर ने पुलिस कर्मियों और ट्रैफिक कर्मियो को जमकर कानून का पाठ पढ़ाया और लॉक डाउन के दौरान लेखपालों के चालान काटे जाने को लेकर हिदायत दी। इतना ही नहीं SDM सदर गरिमा सिंह लॉक डाउन का कैसे समान्तर पालन कराया जाता है, इसके लिए वहीं खड़े होकर लॉक डाउन का पालन न करने वाले 10 पुलिसकर्मियों के चालान भी कटवाए।
आपको बताते चलें कि लॉक डाउन में विभिन्न सरकारी कार्यो को अंजाम दे रहे लेखपालों के चालन पुलिस द्वारा काटने की शिकायत 2 दिन पहले एसडीएम बाह ने भी की थी और इसके लिए उन्होंने एडीएम प्रशासन को पत्र भी लिखा था लेकिन इसके बावजूद कोई कदम नहीं उठाया गया जिसके बाद आज फिर कलेक्ट्रेट तिराहे पर फिर यही घटना देखने को मिली।