आगरा। सुभाष नगर, कमला नगर में विश्व सनातन ट्रस्ट द्वारा आयोजित 16 दिवसीय श्रीराम कथा महोत्सव के तृतीय दिवस पर कथा व्यास पं. भरत उपाध्याय ने भगवान श्रीराम के जन्म प्रसंग का भावपूर्ण वर्णन कर श्रद्धालुओं को आनंदमग्न कर दिया। पूरा पंडाल “जय श्रीराम” के उद्घोष से गूंज उठा और भक्त भावविभोर हो गए।
कथा व्यास ने बताया कि अयोध्या के महाराज दशरथ निःसंतान होने के कारण चिंतित रहते थे। गुरु वशिष्ठ की प्रेरणा से ऋषि श्रृंगी द्वारा पुत्रेष्ठि यज्ञ कराया गया। यज्ञ के उपरांत अग्निदेव प्रकट होकर पायस प्रदान करते हैं जिसे महारानी कौशल्या, कैकयी और सुमित्रा ने ग्रहण किया। समय आने पर महारानी कौशल्या ने मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम को जन्म दिया। महारानी कैकयी के गर्भ से भरत और सुमित्रा के गर्भ से लक्ष्मण एवं शत्रुघ्न का जन्म हुआ।
कथा व्यास ने कहा कि श्रीराम का अवतरण केवल अयोध्या ही नहीं, सम्पूर्ण संसार के लिए मंगलमय हुआ। उनका जीवन लोककल्याण और धर्म की स्थापना का प्रतीक है। प्रभु के जन्म का प्रसंग सुनते ही श्रद्धालुओं के आनंदाश्रु बहाने लगे और रामजन्म के गीतों व भजनों से वातावरण उत्सवमय हो गया।
संस्था के संस्थापक एवं मुख्य यजमान आकाश शर्मा और रेखा शर्मा ने कहा कि यह अवसर केवल धार्मिक उत्सव ही नहीं बल्कि हमारे संस्कारों और आदर्शों को आत्मसात करने का संदेश देता है।
से आग्रह किया कि कथा श्रवण के माध्यम से हम अपने बच्चों को भी धर्म और परंपराओं से जोड़ें। कथा दिवस के समापन पर बधाइयां लुटाई गईं।
इस अवसर पर महंत गोपी गुरु (श्री हनुमंत धाम, लंगड़े की चौकी), गीता सिंघल, ऋतु गर्ग, सोहनी गर्ग, सपना गोयल, अंबे, अर्चना, बरखा, प्रेमलता शर्मा, बबिता शर्मा, कीर्ति, अमिता, गुंजन, कामना गोयल, रोशनी सिंघल, प्रेम वर्मा, एके सिंघल, राघव उपाध्याय, लालू जादौन सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे और प्रभु जन्मोत्सव का पुण्य लाभ प्राप्त किया।