आगरा। कोरोना वायरस से होने वाली गंभीर बीमारी को देखते हुए जेल प्रशासन भी अलर्ट हो गया है। शासन के आदेश पर जिला जेल प्रशासन ने जेल से 300 बंदियों की पैरोल पर रिहाई की गई है। 8 सप्ताह के लिए रिहा किए गए बंदियों के चेहरों पर अलग ही खुशी दिखाई दे रही है। कोरोनावायरस की दहशत कम होने के बजाय दिनों दिन बढ़ती जा रही है। हालात देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉक डाउन किया है जिससे चारों तरफ कर्फ्यू जैसा माहौल नजर आ रहा है।
कोरोना जैसी गंभीर बीमारी को देखते हुए शासन ने जेल में बंद सजायाफ्ता 300 बंदियों को 8 सप्ताह के लिए जेल से रिहा करने के आदेश जेल प्रशासन को दिए थे। शासन का आदेश मिलने के बाद जेल प्रशासन ने छुटने वाले सजायाफ्ता बंदियों की सूची तैयार करना शुरू कर दिया था। जिला जेल अधीक्षक के आदेश पर सूची तैयार की गई। इसके बाद रविवार को बंदियों की पैरोल पर रिहाई शुरू हो गई। कई टुकड़ियों में रिहा किए जा रहे बंदियों के चेहरों पर अलग ही खुशी दिखाई दी।
बताया गया है कि रिहा किए गए बंदियों को 8 सप्ताह बाद पुनः जेल की सलाखों में आना होगा। अगर कोरोना वायरस से फैलने वाली इस गंभीर बीमारी पर अंकुश नहीं लग सका तो जेल से रिहा बंदियों की समय अवधि बढ़ाई भी जा सकती है। जेल की चार दीवारों के अंदर रह रहे सजायाफ्ता कैदी यहां बाहर निकल कर राहत की सांस ले रहे हैं। वहीं 8 सप्ताह बाद फिर जेल में आने को लेकर चिंतित भी थे।
जिला जेल में क्षमता से दोगुने बंदी निरुद्ध है। इस भीड़भाड़ को देखते हुए शासन ने सजायाफ्ता कैदियों को पैरोल पर छोड़ने का आदेश प्रशासन को दिया है जिस तरह से जेल में लिस्ट तैयार की गई उसी के आधार पर कैदियों को रिहा किया जा रहा है।