आगरा। शहर कांग्रेस कमेटी के नेतृत्व में आज कांग्रेस जनों ने जनजागरण अभियान के तहत आगरा की सदर तहसील पर उपजिलाधिकारी गरिमा सिंह के कार्यालय पर धरना दिया। कांग्रेसियों ने भाजपा सरकार के विरुद्ध जबरदस्त नारेबाजी की और अपना आक्रोश व्यक्त किया।
धरना प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस प्रदेश सचिव व आगरा के प्रभारी मुकेश धनगर ने धरने को संबोधित करते हुए कहा कि आगरा नगर निगम की सत्ता पर भाजपा 1989 से काबिज है फिर भी आगरा के अधिकांश इलाकों में जनता गन्दगी, टूटी फूटी सड़कों, सड़कों पर मौत को दावत देते हुए गढ्डों एवं आए दिन पानी की किल्लत से त्राहि त्राहि कर रही है।
मुकेश धनगर ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि “सबका साथ व सबका विकास” के मोदी जी का नारा शायद केवल भाजपा नेताओं के लिए दिया गया है और इस नारे का सही मायने में व्यक्तिगत लाभ बीजेपी के लोग ले रहे हैं। डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन, सीवर लाइन व हाउस टैक्स घोटाले इसके ताजा उदाहरण हैं।
पूर्व शहर अध्यक्ष राम टंडन ने कहा कि प्रदेश की योगी व नगर निगम की भाजपा सरकार को आगरा की जनता से कोई भी लेना देना नहीं है। नवीन आगरा – क्लीन आगरा का नारा देने वाले लोगों ने आगरा नगर निगम को पूरी तरह से नरक निगम में बदल दिया है। बीजेपी के लिए नगर निगम जनता को लूटने खसोटने का अड्डा बन चुका है, जितने घोटाले नगर निगम में हो रहे हैं और उन पर कोई भी कार्यवाही नहीं की जा रही है, यह बीजेपी की कथनी और करनी में अंतर को दर्शाता है।
धरना प्रदर्शन के बाद प्रदेश सचिव मुकेश धनगर व पूर्व शहर अध्यक्ष राम टंडन ने आगरा की जनसमस्याओं से संबंधित ज्ञापन उपजिलाधिकारी सदर गरिमा सिंह को सौंपा। ज्ञापन में शहर में क्षतिग्रस्त पानी की पाइप लाइनों को तुरंत बदलकर प्रत्येक नागरिक को पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित की जाए, क्षतिग्रस्त सीवर लाईन व पूरे शहर में सड़कों पर उफनते मैनहोलों की समस्या से निजात दिलाने के लिए प्रशासन को स्वयं विशेष अभियान चलाकर इनकी सफाई व मरम्मत कार्य करवाना चाहिए।
इसके अतिरिक्त पूरे आगरा में गढ्डा युक्त सड़कों, नाली, खरणजो को बिना किसी भेदभाव के निर्माण, एन एच 2 में सर्विस रोड व शाह मार्केट में फुटपाथ पर एवं संजय प्लेस में पार्किंग ठेकों को निरस्त करने एवं हटाने, टोरंट पॉवर द्वारा सरकार से सस्ती बिजली खरीद कर, जनता को महंगी बिजली बेचे जाने को समाप्त करने, आगरा में बंदरों की बढ़ती आबादी को रोकने एवं इनको पकड़कर नसबंदी कराकर जंगलों में छोड़ने एवं जिले में पहले से ही आवारा पशुओं के कारण बर्बाद हो चुके अन्नदाता किसान भाइयों की ओलावृष्टि से लगभग 300 करोड़ रुपए के हुए नुकसान की सर्वे कराकर प्राथमिकता के आधार पर तुरन्त मुआवजा व अनुदान के रूप में आर्थिक मदद प्रदान करने की मांग की गई है।
कार्यक्रम में पार्षद शिरोमणि सिंह, पूर्व शहर अध्यक्ष अश्वनी जैन, पीसीसी सदस्य अनिल वीधौलिया, मुन्ना लाल वर्मा, हारून रशीद कुरैशी, कपिल गौतम, पूर्व पार्षद अशोक शर्मा, आई डी श्रीवास्तव, डॉ मधुरिमा शर्मा, राघवेन्द्र उपाध्याय, विराग जैन, अदनान कुरैशी, किसान नेता उमाशंकर उपाध्याय, शहर महिला अध्यक्ष पारो शर्मा, गीता सिंह, सोनू सक्सैना, जमील खान, ग्रेस सोलोमन, पूरन सिंह लोधी, मो हबीब कुरैशी, याकूब शेख, अनुज शिवहरे, सुगम शिवहरे, आदि मौजूद रहे।