आगरा। उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने ताज ईस्ट गेट मेट्रो स्टेशन के प्रथम तल (कॉन्कोर्स लेवल) के निर्माण के लिए डबल टी गर्डर को सफतापूर्वक रखकर बड़ी उपलब्धि हासिल की है। यूपी मेट्रो के एमडी कुमार केशव ने इस सफलता के लिए यूपी मेट्रो की टीम आगरा की सराहना की। कुमार केशव ने कहा कि यूपी मेट्रो की टीम ने उत्कृष्टता का परिचय देते हुए कड़ी मेहनत और लगन के साथ इस मुकाम को हासिल किया है।
यूपीएमआरसी के एमडी कुमार केशव ने बताया कि कानपुर मेट्रो के बाद अब आगरा मेट्रो में भी ऐलिवेटिड स्टेशनों के कॉन्कोर्स निर्माण के लिए डबल टी गर्डर का प्रयोग किया जा रहा है। आगरा मेट्रो के लिए प्रयोग किए जा रहे डबल टी गर्डर 11.4 मीटर लंबे, 3.07 मीटर चौड़े एवं 1 मीटर उंचे हैं। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि डबल टी गर्डर का वजन 44 टन है।
सामान्य रूप से ‘शटरिंग’ प्रणाली द्वारा स्टेशन कांकॉर्स का निर्माण किया जाता है, जिससे सड़क पर एवं यातायात में अवरोध उत्पन्न होता है। शटरिंग में समय भी अधिक लगता है, जिसके परिणाम स्वरूप लागत भी अधिक आती है। वहीं डबल टी गर्डर समय एवं लागत के लिहाज़ से कहीं बेहतर है। ‘प्री-कास्ट’ तकनीक से बना यह गर्डर मात्र कुछ घंटों में ही बीम पर रखा जा सकता है।
बता दें कि ऐलिवेटिड स्टेशन के निर्माण के दौरान सबसे पहले निर्माण स्थल पर पाइलिंग कार्य किया जाता है। इसके बाद कई पाइल मिलकर पीयर (पिलर) को आधार देने वाली पाइलकैप का निर्माण करती है। पाइलकैप बनने के बाद उसपर पीयर (पिलर) का निर्माण किया जाता है। जब स्टेशन परिसर के सभी पीयर बनकर तैयार हो जोता हैं, तो उनकों आपस में जोड़ने एवं डबल टी गर्डर को आधार दोने के लिए हॉरिजोंटल बीम का निर्माण किया जाता है। हॉरिजोंटल बीम बन जाने के बाद उनपर डबल टी गर्डर रखकर स्टेशन के कॉन्कोर्स लेवल का निर्माण किया जाता है।