आगरा। राजस्थान के कोटा बैराज से 12 हज़ार क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद पिनाहट में चंबल नदी उफान पर है। नदी का जलस्तर 126 मीटर पहुंच चुका है जिसको लेकर चंबल नदी में आवागमन अवरुद्ध हो गया है। चम्बल के बढ़ते जलस्तर के कारण चम्बल नदी में चलने वाले स्टीमर के संचालन को बंद कर दिया है। स्टीमर बंद हो जाने के कारण घाट पर कावंरियों ने जमकर हंगामा काटा।
सोरों से कांवर लेकर आये 70 कांवरियों को स्टीमर न चलने के कारण रात को रुकना पड़ा। सुबह भी स्टीमर न चलने के कारण सुबह फिर कांवरियों ने जमकर हंगामा काट दिया। स्टीमर न चलने से आम व्यक्तियों को भी खासा परेशानी हो रही है। क्योंकि लोग नदी से इस पर से उस पर नही जा पा रहे है। लोगों का आरोप था कि स्टीमर का संचालन सिर्फ उन्ही की मर्जी से हो रहा है। उधर प्रशासन का कहना है कि चम्बल नदी में लगातार पानी बढ़ रहा है। इसको देखते हुए स्टीमर बंद कर दिए है।
चम्बल के बढ़ते जलस्तर के कारण नदी के किनारे बसे गांव में अलर्ट जारी कर दिया है जिससे लोग बाढ़ के हालात होने पर उससे निपटा जा सके। प्रशासन का कहना है कि नदी के किनारे बाढ़ चौकियों की स्थापना कर दी गयी है और लेखपालों व कानूनगो की ड्यूटी लगाई गई है।