आगरा। पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर राज्य कर्मचारी सयुंक्त परिषद के नेतृत्व में एक बार फिर राज्य कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सोमवार को राज्य कर्मचारी सयुंक्त परिषद की ओर से सदर तहसील में एक दिवसीय धरना दिया गया।
इस धरने में उ0 प्र0 लेखपाल संघ, प्राथमिक शिक्षिक संघ, विशिष्ट बी टी सी शिक्षिक संघ, ग्राम विकास अधिकारी संघ, ग्राम पंचायत संघ उ0 प्र0, राजस्व संग्रह अमीन संघ,डिप्लोमा इंजीनियर संघ पीडब्लूडी, राजकीय कोषागार कर्मचारी संघ, राजकीय परिवहन चालक संघ, उ0प्र0 मिनिस्ट्रियल एशोसिएशन पीडब्ल्यूडी, अनुसूचित जाति जनजाति बेसिक शिक्षक संघ उ0 प्र0, डिप्लोमा इंजीनयर महासंघ, आगरा विकास प्रधिकरण सिविल पेंशनर समिति, विश्व विद्यालय शिक्षक संघ, पूर्व माध्यमिक शिक्षक सहायक, अभियंता संघ उ0 प्र0 के सभी सदस्य और कर्मचारी शामिल हुए।
धरने में शामिल सभी संस्थाओं के पदाधिकारियों ने सरकार को आड़े हाथ लिया। पुरानी पेंशन बंद किये जाने पर सभी सरकारी कर्मचारी ने सरकार के प्रति अपनी नाराजगी जताई और सरकार के इस कदम से सेवा निवृत्त कर्मचारियों को जीवन यापन करने में मुश्किल होने की बात कही। कर्मचारियों का कहना था कि अगर मांग पत्र पर सुनवाई नही हुई तो मशाल जुलूस निकाल कर सरकार का विरोध किया जाएगा।
धरने में शामिल कर्मचारियों का कहना था कि पेंशन उनका हक है जिसे वो लेकर रहेंगे। चाहे इसके लिए उन्हें प्रदर्शन, आंदोलन या फिर क्रमिक अनशन करना पड़े। कर्मचारियों के इस धरने पर उपजिलाधिकारी सदर अभिषेक कुमार पहुँचे जहाँ पर राज्य कर्मचारी सयुंक्त परिषद के अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा और इस पर कार्यवाही किये जाने की मांग उठाई।