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किसान बिल के विरोध में मथुरा में सपा-रालोद की महापंचायत, भाजपा सरकार पर जमकर बरसे

by admin
SP-RLD's mahapanchayat in Mathura to protest against the farmers bill, lashed out at the BJP government

Mathura. ‘किसान आंदोलन से कोई घबराया हो या नहीं लेकिन भाजपा जरूर घबरा रही है। जिस तरह से किसान भाई लड़ाई लड़ रहे हैं, भाजपा को पता चल गया है कि अब किसान रुकने वाला नही है। जब तक काले कानून वापस नहीं होंगे यह लड़ाई जारी रहेगी, यह कहना था पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का। वहीं मंच से रालोद उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने कहा कि ‘समय आ गया है कि हमसब को मिलकर भाजपा का घमंड तोड़ना होगा। एक तरफ जहां उन्हें लट्ठ की चौट देनी है तो वोट को भी मुख्य हथियार बनाना होगा और चोट करनी होगी।’

केंद्र सरकार के किसान बिल के विरोध में विपक्षी पार्टी एक मंच पर है जिसका उदाहरण के रूप में मथुरा के बाजना स्थित मोरकी इंटर कॉलेज मैदान में आयोजित हुई किसान महापंचायत में देखने को मिला। किसान महापंचायत का आयोजन सपा और रालोद ने मिलकर किया था। महापंचायत में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के उपाध्यक्ष जयंत चौधरी एक साथ एक मंच पर नजर आए। दोनों ने ही मंच से किसान आंदोलन के साथ अन्य मुद्दों को लेकर भाजपा को आड़े हाथ लिया।

किसानों को संबोधित करने से पहले पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के उपाध्यक्ष जयंत चौधरी का जोरदार स्वागत किया गया। किसानों ने अखिलेश यादव को लट्ठ भेट किये।

किसानों को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने किसान बिल को विरोधी बताया तो किसानों द्वारा लाठी भेट किये जाने पर भाजपा पर चुटकी लेते हुए कहा कि महापंचायत ने मुझे लाठी भेंट की गई है। हम और जयंत यह जानते हैं कि लाठी कहां पर चलानी है।  

अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा की सरकार ने नोटबंदी की उससे क्या कालाधन वापस आया। जीएसटी कानून लागू किया। इससे कौन सा कारोबार बढ़ गया। वैश्विक महामारी के बीच पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ा दी। इससे किसानों के साथ साथ आम व्यक्ति भी रो रहा है लेकिन किसानों के साथ साथ आम व्यक्ति का दर्द भी इस सरकार को सुनाई नहीं दे रहा क्योंकि भाजपा की सरकार ने अपनी आंख और कान दोनों बंद कर लिए है।

योगी आदित्यनाथ पर तंज कसते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि हमारे मुख्यमंत्री भी कम नहीं हैं, कहने को तो वह योगी हैं, लेकिन योगी वही होता है, जो दूसरों का दुख दर्द अपना समझे। उन्हें हर गलत कार्य में लाल टोपी ही दिखाई देती है। अखिलेश ने कहा कि हमें नहीं पता कि लाल रंग देखकर कोई क्यों भड़क रहा है। हम सभी किसान भाइयों को एकजुट होकर भाजपा को इस बार सत्ता से हटाना है।

रालोद उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने किसानों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के लोग किसानों को अपमानित कर रहे हैं। यह सरकार घमंड में डूबी है, इसका घमंड तोड़ना होगा। मुख्यमंत्री योगी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि वह ऐशो आराम की जिंदगी काट रहे हैं। कहने को वह फकीर हैं।

इस दौरान उन्होंने कहा कि किसान बिल के विरोध में किसान आंदोलन कर रहे है। कितने महीने बीत गए लेकिन मोदी सरकार इन बिलों को वापस नहीं लेना चाहती है। किसान जानता है कि यह बिल किसान विरोधी है इसलिए तो विरोध कर रहे हैं लेकिन कुछ लोगों को लाभ देने के लिए इन बिलों को लागू कराने पर जोर दिया जा रहा है।

रालोद उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने किसानों को संबोधित करते हुए दो टूक शब्दों में कहा कि इस बार उन्हें वोट की चोट भी देनी है। जन व किसान विरोधी सरकार को हटाना है इसलिए अखिलेश यादव और वो साथ साथ है। हम सभी को एक होकर लड़ाई लड़नी है। किसान महापंचायत के मंच से जयंत चौधरी ने भाईचारा जिंदाबाद का नारा दिया। उन्होंने कहा कि हम सब एकजुट हैं।

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