सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बजट आने से पहले बीजेपी सरकार से एक उम्मीद रखी थी। अपने ट्विटर अकाउंट के माध्यम से उन्होंने लिखा था, “भाजपा सरकार से बस इतनी गुज़ारिश है कि वो इस बार बजट में देश की एकता, सामाजिक सौहार्द, किसान-मज़दूर के सम्मान, महिला-युवा के मान और अभिव्यक्ति की आज़ादी की पुनर्स्थापना के लिए भी कुछ प्रावधान करें क्योंकि भाजपा की विघटनकारी नीतियों से ये सब बहुत खंडित हुआ है।”
जब वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश किया तो उसमें क्या चीजें सस्ती हुई और क्या महंगी इस पर मिली जानकारी के मुताबिक मोबाइल फोन और मोबाइल फोन के पार्ट, चार्जर,गाड़ियों के पार्ट्स, इलेक्ट्रानिक उपकरण, इम्पोर्टेड कपड़े,सोलर इन्वर्टर, सोलर से उपकरण कॉटन आदि महंगा हुआ है वहीं स्टील से बने सामान,सोना, चांदी, तांबे का सामान,चमड़े से बने सामान आदि सस्ते हुए हैं।साथ ही आपको बता देंगे टैक्स स्लैब में कोई बदलाव नहीं हुआ है मौजूदा समय की तरह ही टैक्स स्लैब रहेगा।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश किया तो उसके बाद अखिलेश यादव की प्रतिक्रिया कुछ इस प्रकार थी उन्होंने दोबारा से ट्विटर पर बजट को लेकर किसी बात कही उन्होंने कहा कि,”भाजपा सरकार स्वयं बता दे कि इस बजट में कृषि-किसान, गाँव-ग्रामीण, आम आदमी, नौकरीपेशा, महिलाओं, युवाओं, कारोबारियों के लिए क्या अच्छा है। बड़े-बड़े अर्थशास्त्री भी बजट में माइक्रोस्कोप लगाकर भी किसी के लिए भी ‘अच्छे दिन’ नहीं ढूंढ पा रहे हैं।” इसके साथ ही उन्होंने इस बजट को बजट की बजाय मायूसी का दस्तावेज़ कह डा