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भाजपा की सदस्यता लेने कार्यालय पहुंचे पूर्व बसपा नेता के बेटे समर्थकों सहित खाली हाथ लौटे

by admin

आगरा। बहुजन समाज पार्टी के कद्दावर नेता रहे व प्रदेश के पूर्व ऊर्जा मंत्री रामवीर उपाध्याय के पुत्र चिराग उपाध्याय के बीजेपी ज्वाइन करने की खबरों से सियासी महकमे में हलचल मच गई है। हालांकि किन्हीं कारणों के चलते चिराग उपाध्याय ने अभी भाजपा पार्टी की सदस्यता नहीं ली है और वे अपने समर्थकों के साथ वापस लौट आये। अब उन्होंने लखनऊ जाकर भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने के संकेत दिए हैं।

रविवार को चिराग उपाध्याय ने अपनी फेसबुक पर लिखा था कि ब्रज क्षेत्र कार्यालय आगरा में 11 बजे भाजपा ज्वाइन करने जा रहा हूं। वे ब्रज क्षेत्र कार्यालय पहुंच गए, कुछ समर्थक भी कार्यालय पर पहुंच गए। करीब दो घंटे तक वे वहां रहे लेकिन भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने के लिए कार्यक्रम नहीं हुआ।

जानकारी के मुताबिक यहाँ पर चिराग उपाध्याय की ब्रज क्षेत्र संगठन मंत्री भवानी सिंह से मुलाकात हुई। इस दौरान बृजक्षेत्र अध्यक्ष रजनीकांत माहेश्वरी भी मौजूद रहे। बंद कमरे में काफी देर तक चिराग उपाध्याय की संगठन के दोनों पदाधिकारियों के साथ चर्चा हुई और फिर चिराग उपाध्याय अपने समर्थकों के साथ वहाँ से निकल गए। सूत्रों की माने तो बंद कमरे की चर्चा सकारात्मक थी और लखनऊ भाजपा कार्यालय पर दलबल के सात चिराग उपाध्याय की जॉइनिंग कराये जाने की तैयारी है।

चिराग उपाध्याय से जब पूछा गया कि आपके पिता बसपा से मंत्री बने हैं, तो आपने बसपा क्यों ज्वाइन नहीं की, इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि ‘मेरी अभी पढाई पूरी हुई है, अभी तक मैं किसी भी पार्टी में नहीं हूं। जहां राम की पूजा है, बोलने की स्वतंत्रता है, मैं उस पार्टी को ज्वाइन करने के लिए आया हूं।’

बसपा से निष्कासित और पूर्व मंत्री रामवीर उपाध्याय ने शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी जिसके बाद राजनीतिक गलियारे में कयासबाजी तेज हो गई है। जानकारों की माने तो रामवीर उपाध्याय के बेटे चिराग उपाध्याय जल्द ही भाजपा पार्टी का दामन थाम सकते हैं। हालांकि रामवीर उपाध्याय के भाजपा में शामिल होने पर अभी संशय है लेकिन अगर वह भी शामिल होते हैं तो कोई बड़ी बात नहीं होगी क्योंकि पूर्व में भी भगवा साफा पहने फोटो वायरल होने के बाद रामवीर उपाध्याय की भाजपा में शामिल होने की चर्चा हुई थी।

वहीं दूसरी ओर उत्तर प्रदेश में इन दिनों चल रही ब्राह्मणों की राजनीति को देखते हुए माना जा रहा है कि ब्राह्मणों को साधने के लिए रामवीर उपाध्याय और उनके बेटे को बीजेपी अपने खेमे में शामिल कर सकती है।

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