आगरा (17 May 2022 Agra News)। नरोत्तम कुंज में चल रही श्रीमदभागवत कथा में संत स्वामी राम प्रपन्नाचार्य ने कहा कि श्रीमद् भागवत साक्षात श्रीकृष्ण स्वरुप है।
नरोत्तम कुंज में श्रीमद्भागवत कथा के दूसरे दिन मंगलवार को व्यासपीठ से पूज्य संत स्वामी रामप्रपन्नाचार्य जी ने सुखदेव आगमन, वाराह अवतार, कपिल अवतार, शिव—सती चरित्र आदि प्रसंगों को सुनाया। उन्होंने कहा कि कलियुग में श्रीमद् भागवत महापुराण का श्रवण करना कल्पवृक्ष से भी बढ़कर है। कल्पवृक्ष मात्र तीन वस्तु अर्थ, धर्म और काम ही दे सकता है। मुक्ति और भक्ति नहीं दे सकता है लेकिन श्रीमद् भागवत तो दिव्य कल्पतरु है। यह अर्थ, धर्म, काम के साथ भक्ति और मुक्ति प्रदान करके जीव को परम पद प्राप्त कराता है।
मनुष्य को सदमार्ग पर चलने की प्रेरणा मिलती है
उन्होंने कहा कि श्रीमद् भागवत केवल पुस्तक नहीं साक्षात श्रीकृष्ण स्वरुप है। भागवत जैसे सद ग्रंथों के श्रवण से मानव को सदमार्ग पर चलने की प्रेरणा मिलती है। कथा में भानु देवाचार्य, राजवीर सिंह, महेश त्यागी, विजय सिंह, मुन्नालाल कुलश्रेष्ठ, केके भारद्वाज, अर्जुन दास भक्त माली आदि प्रमुख सहित सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद रहे।