Agra. जमीयत उलेमा-ए-हिंद के दो दिवसीय अधिवेशन में दारुल उलूम देवबंद के प्रमुख और जमीयत के धर्मगुरु अरशद मदनी के बयान से विवाद खड़ा हो गया है। अरशद मदनी के बयान पर शिवसेना आगरा ने भी मोर्चा खोल दिया है। शिवसेना आगरा के जिला अध्यक्ष वीनू लवानिया ने इस बयान की निंदा की है और कहा कि सनातन धर्म सबसे पुराना धर्म है और उसकी तुलना किसी और से करना ठीक नहीं है।
मदनी का यह था बयान
जमीयत उलेमा-ए-हिंद के दो दिवसीय अधिवेशन में अरशद मदनी ने कहा कि ‘ओम और अल्लाह एक ही हैं’ और सवाल का जिक्र भी कर दिया कि ‘जब धरती पर कोई नहीं था, तब मनु किसे पूजते थे?’ इतना ही नहीं, उन्होंने आदम को ही हिंदू और मुसलमान का पूर्वज बताया। जिसके बाद दूसरे कई धर्मगुरुओं ने मोर्चा खोलकर मंच का बहिष्कार कर दिया था।
शिवसेना का आवाहन
शिवसेना जिलाध्यक्ष वीनू लवानिया ने कहा कि मदनी ने इस तरह का बयान देकर हिन्दू समाज की भावनाओं को ठेस पहुँचाई है। उन्होंने कहा कि सबसे पुराना सनातन धर्म है और मुस्लिम धर्म कब आया किसी को नहीं पता। इसके साथ उन्होंने कहा कि भारत में मुस्लिम 1526 के आसपास आये थे तो मदनी कैसे कह सकते है कि ओम और अल्लाह एक ही हैं। उन्होंने हिंदू धर्म गुरुओं से कहा कि वह मुस्लिम धर्म गुरुओं के साथ मंच सांझा न करे। क्योंकि यह लोग इस तरह की ही बात करते है जिससें अन्य लोगों की भावनाओं को ठेस पहुँचे।
शिवसेना जिलाध्यक्ष वीनू लवानिया ने कहा कि मदनी ने इस तरह का बयान देकर हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुँचाया है। उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म से खिलवाड़ करने वालों के लिए शिवसेना खड़ी हुई है। मदनी को भी शिवसेना अपने तरीके से सबक सिखाएगी।