आगरा। उत्तर प्रदेश के जनपद आगरा में तैनात एक दरोगा पर गंभीर आरोप लगा है। दूसरों को न्याय दिलाने का दावा करने वाले दरोगा से उसकी पत्नी ही पीड़ित है। मामला सोमवार को जिला मुख्यालय स्थित पुलिस कप्तान के कार्यालय का है। बताते चलें कि संजना (बदला गया नाम) एक महिला एसएसपी आगरा के समक्ष पेश हुई। महिला ने जनपद आगरा में तैनात एक दरोगा पर गंभीर आरोप लगाए। आरोप लगाने वाली महिला का दावा है कि दरोगा से एक पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई है। बावजूद इसके दरोगा घर का राशन पानी और किराया न देकर महिला और उसके बच्चे का उत्पीड़न कर रहा है।
जिस महिला ने दरोगा पर आरोप लगाए हैं। उस महिला का कहना है कि वर्ष 2009 में वह महिला और दरोगा सब इंस्पेक्टर की तैयारी कर रहे थे। दरोगा ने अपने आप को अविवाहित होने का वादा करते हुए 2016 में महिला से शादी कर ली जिससे महिला पर एक पुत्र भी है। 2018 में महिला जब दरोगा के घर पहुंची तो दंग रह गई। उसके पैरों तले जमीन खिसक गई जब मामला संज्ञान में आया कि दरोगा विवाहित है। इसके बाद महिला को दरोगा आगरा ले आया और एक फ्लैट में रखने लगा। महिला की कई व्हाट्सएप चैटिंग भी सोशल मीडिया पर वायरल हुई है। इस चैटिंग के जरिए महिला अपने तथाकथित पति दरोगा से घर का राशन और मासूम बच्चे के लिए दूध मांग रही है। जवाब में दरोगा भी उसे सामान भेजने का वायदा कर रहा है।
दरोगा पर आरोप लगाने वाली महिला सोमवार को एसएसपी आगरा सुधीर कुमार सिंह के समक्ष पेश हुई। पीड़ित महिला के प्रार्थना पत्र पर एसएसपी आगरा ने एसपी प्रोटोकॉल को जांच सौंपी है। इतना ही नहीं पीड़ित महिला ने आगरा पुलिस को वह फोटोग्राफ्स भी उपलब्ध कराए हैं जिसमें दोनों पति-पत्नी के रूप में दर्शाए गए हैं। साक्ष्य के आधार पर महिला ने प्रार्थना पत्र के साथ व्हाट्सएप चैटिंग के स्क्रीनशॉट भी संलग्न किए हैं। यह दरोगा पूर्व में भी जनपद आगरा में चर्चित रहा है। कई बड़े टास्क पर भी काम कर चुका है। अब देखना होगा कि इस मामले में एसपी प्रोटोकॉल की जांच में क्या कुछ सामने आता है।