आगरा (13 May 2022)। दिव्यांग बच्चों को स्कूल लाने और ले जाने में होती है परेशानी, इसलिए नहीं भेजते स्कूल। शुक्रवार को काउंसलिंग शिविर में अभिभावकों ने बताई ये समस्याएं
दिव्यांगों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए शिक्षा विभाग की ओर से विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत दिव्यांग बच्चों के अभिभावकों की काउंसलिंग की जा रही है। ताकि वे बच्चे को स्कूल भेजें। शुक्रवार को छीपीटोला स्थित प्राथमिक विद्यालय में दिव्यांगों के अभिभावकों की काउंसलिंग के लिए शिविर लगाया गया। इसमें केबीसी विजेता दिव्यांग हिमानी बुंदेला मुख्य अतिथि रहीं। उन्होंने दिव्यांग बच्चों के अभिभावकों से बात की। उन्हें शिक्षा का महत्व बताया। बताया कि दिव्यांग बच्चों के लिए शिक्षा कितनी जरूरी है।#agranews
जनपद में चलाया जा रहा है अभियान
शिक्षा विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, ये अभियान पूरे जनपद में चलाया जा रहा है। अभियान का मुख्य उद्देश्य जिले के सभी दिव्यांग बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ना है। ये बच्चे शिक्षित बनेंगे तो आत्मनिर्भर होंगे। अधिकारियों का कहना है कि कुछ अभिभावक दिव्यांग बच्चों को स्कूल भेजते ही नहीं हैं क्योंकि उन्हें लाने और ले जाने और अन्य कई प्रकार की समस्याएं सामने आती हैं। वे उन समस्याओं से बचना चाहते हैं। अभिभावकों की काउंसलिंग की जा रही है ताकि अभिभावक अपने दिव्यांग बच्चों को भी शिक्षा ग्रहण करने के लिए स्कूल भेजें।#moon
दिव्यांगता कोई अभिशाप नहीं है
दिव्यांग हिमानी बुंदेला ने अभिभावकों की काउंसलिंग करते हुए उन्हें समझाया कि दिव्यांगता कोई अभिशाप नहीं है। इसे स्वीकार करना चाहिए। इसके साथ ही अपने बच्चों को शिक्षित बनाकर उन्हें दिव्यांगता के डर से दूर करना चाहिए।