आगरा। मुगल बादशाह शाहजहां के तीन दिवसीय उर्स के दौरान ताजमहल पर्यटकों के लिए बिल्कुल निशुल्क रहेगा। इन तीन दिनों तक पर्यटक ताज की बिना टिकट खरीदे ही संगमरमरी हुस्न का दीदार कर संकेंगे। मुगल बादशाह शाहजहां के तीन दिवसीय उर्स की शुरुआत दो अप्रैल यानी आज से हो रही है जो चार अप्रैल तक चलेगा। पर्यटकों को ताज निहारने का इससे अच्छा मौका नही मिलेगा क्योकि उर्स के दौरान पर्यटक को ताजमहल के साथ साथ मुमताज और शाहजहां की कब्रों को देखने का मौका भी मिलेगा।
मंगलवार दोपहर दो बजे से गुस्ल से उर्स अदा की जाएगी। तीन अप्रैल दोपहर दो बजे से संदल पेश किया होगा। दोनों दिन दोपहर दो बजे के बाद ही सैलानियों के लिए प्रवेश निःशुल्क होगा। वहीं उर्स के आखिरी दिन सुबह से शाम तक सैलानियों के लिए प्रवेश नि:शुल्क रहेगा। चार अप्रैल को दिनभर चादरपोशी का दौर चलता रहेगा।
उर्स के आयोजन से जुड़े लोगों ने बताया कि मुगल बादशाह शाहजहां के उर्स के दौरान ही ताजमहल में शाहजहां और मुमताज महल की भूमिगत कक्ष में बनीं कब्रों का दीदार आमजन भी कर सकेंगे क्योकि साल में केवल इन्हीं तीन दिन भूमिगत कक्ष को खोला जाता है और उर्स की सारी परम्पराओं को निभाया जाता है। इन तीन दिनों तक पर्यटन व एएसआई पर्यटकों के लिए निशुल्क ताज के दीदार की व्यवस्था करती है।
खुद्दाम ए रोजा कमेटी के सरपरस्त ताहिरुद्दीन ताहिर ने बताया कि इस बार करीब 1200 मीटर लंबी हिंदुस्तानी सतरंगी चादर पश्चिमी गेट से ताजमहल पर पहुँचेगी और चादर पोसी की जाएगी। उर्स के दौरान देश विदेश से लाखों की संख्या में अकीदतमंद आते है जो ताज पर चादर पोशी कर सजदा करते है।