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आठ राज्य में आठ हजार किलोमीटर में फैले रामायण से जुड़े देखे सभी तीर्थ

by admin
See all the pilgrimages related to Ramayana spread over eight thousand kilometers in eight states

आगरा। आठ हजार किलोमीटर में रामायण से जुड़े सभी तीर्थ में जाकर धन्य हुए श्रद्धालु। श्री रामायण एक्सप्रेस से दर्शन कर घर लौटे। बताए अपने अनुभव।

रामायण से जुड़े हुए सभी तीर्थ स्थलों का श्रद्धालुओं को भ्रमण कराकर रामायण एक्सप्रेस ट्रेन दिल्ली पहुंच गई। गुरुवार देर रात इस ट्रेन का स्टॉपेज आगरा कैंट स्टेशन पर भी हुआ था। इस दौरान कुछ श्रद्धालु जो आगरा से तीर्थ स्थलों के लिए गए थे, वे यहीं उतर गए।

श्रद्धालुओं ने इस पर्यटन स्थलों और ट्रेन को लेकर अपने अनुभव भी साझा किए हैं। उनका कहना था कि ट्रेन के माध्यम से रामायण से जुड़े हुए सारे तीर्थ स्थलों के उन्होंने दर्शन किए। वे नेपाल भी गए। खाने-पीने और आईआरसीटीसी की ओर से उनके आवागमन की उचित व्यवस्था की गई थी।

भारत गौरव प्रोजेक्ट के तहत रेलवे विभाग और आईआरसीटीसी (IRCTC) ने रामायण एक्सप्रेस ट्रेन की शुरूआत की थी। इस ट्रेन ने श्रद्धालुओं को 17 रात/18 दिन की यात्रा यह ट्रेन यात्रियों को भगवान राम से जुड़े धार्मिक और दर्शनीय स्थलों का भ्रमण कराया। रामायण यात्रा एक्सप्रेस 21 जून को भारत गौरव प्रोजेक्ट के तहत दिल्ली से रवाना हुई।

दिल्ली से श्री रामायण एक्सप्रेस ट्रेन
दिल्ली से शुरू होने वाली श्री रामायण यात्रा ट्रेन 21 जून को रवाना हुई। इस ट्रेन ने यात्रियों को अयोध्या, भद्राचलम, चित्रकूट, हंपी, जनकपुर, कांचीपुरम, नंदीग्राम, नासिक, प्रयागराज, रामेश्वरम, शृंगवेरपुर, सीतामढ़ी और वाराणसी के दर्शन कराये। ये सभी धार्मिक स्थल भगवान राम से जुड़े हुए हैं। इस ट्रेन का टिकट पैकेज 62370 रुपये था।

8 राज्यों का सफर किया तय
रामायण एक्सप्रेस ट्रेन में पर्यटन स्थलों का भ्रमण करके लौटे यात्रियों ने बताया कि भारत गौरव टूरिस्ट ट्रेन ‘श्री रामायण यात्रा’ ने 8000 किलोमीटर का सफर तय किया है। इस सफर के दौरान यह ट्रेन भारत के 8 राज्यों में पहुँची, साथ ही भारत के साथ-साथ नेपाल घूमने का भी मौका भी दिया। भारत के 8 राज्यों में उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh), बिहार (Bihar), मध्य प्रदेश (MP), महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) में घूमने का मौका मिला।

इन शहरों के इन मंदिरों के दर्शन
यात्रा करके लौटे सुरेश चंद्र ने बताया कि यूपी के अयोध्या के श्री राम जन्मभूमि मंदिर, हनुमान गढ़ी,भरत हनुमान मंदिर, भरत कुंड और सरयू घाट गए और फिर उसके बाद इसके बाद नेपाल के जनकपुर में श्री राम जानकी मंदिर पहुँचे। इसके बाद बिहार के सीतामढ़ी में आपको जानकी मंदिर और पुराना धाम घूमने का मौका मिला। इसके आगे बक्‍सर में आप राम रेखा घाट, रामेश्वर नाथ मंदिर, वाराणसी का संकटमोचन मंदिर, तुलसी मानस मंदिर, भारद्वाज आश्रम, हनुमान मंदिर और विश्वनाथ मंदिर घूमने के साथ गंगा आरती देखने का मौका मिला। इसके बाद प्रयागराज सीतामढ़ी, भारद्वाज आश्रम, गंगा-यमुना संगम और हनुमान मंदिर के श्रद्धालु दर्शन किये। इसके बाद आप श्रृंगवेरपुर में रामचौरा, श्रिंगी ऋषि आश्रम और रामघाट पहुँचे।

चित्रकूट में सती अनुसुइया मंदिर, गुप्त गोदावरी और रामघाट के दर्शन करने किये। आप हंपी अनजानद्री पहाड़ी और विरुपक्षा मंदिर के दर्शन किये। रामेश्वरम रामनाथस्वामी मंदिर और धनुषकोडी का भ्रमण किया। इसके बाद कांचीपुरम विष्णु कांची, शिवा कांची और कामाक्षी अम्मान मंदिर के दर्शन श्रद्धालु उत्साहित थे। आखिर में आप भद्राचलम में श्री सीताराम स्वामी मंदिर और अंजनी स्वामी मंदिर के दर्शन किये।

पैकेज में मिली सारी व्यवस्थाएं
श्रद्धालुओं का कहना था कि आईआरसीटीसी की ओर से रामायण एक्सप्रेस ट्रेन के टूर पैकेज के दौरान जो पैसा लिया गया था उसी बजट में उन्होंने खान-पान से लेकर टहलने और एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने के लिए बस की व्यवस्था की थी। सारी व्यवस्थाएं बड़ी अनुकूल थी और इस पर्यटन स्थलों का भ्रमण कर उन्हें काफी आनंद भी आया।

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