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चीन से भारतीय करेंसी के सिक्योरिटी पेपर मंगवाकर छापे जा रहे थे नकली नोट, अंतरराष्ट्रीय गिरोह का पर्दाफाश

by admin

Agra. मंदी के दौर में भी भारत की अर्थव्यवस्था नहीं चरमराई। जिसे देखकर हर कोई हैरान भी है लेकिन इस देश की अर्थव्यवस्था को चौपट करने के लिए देश के ही कुछ लोग जुट गए हैं जिनका साथ पड़ोसी देश चीन दे रहा है। देश की आर्थिक व्यवस्था को चौपट करने में लगे ऐसे ही एक अंतर्राष्ट्रीय गिरोह का जीआरपी मथुरा जंक्शन ने पर्दाफाश किया है।

जीआरपी मथुरा द्वारा इस अंतरराष्ट्रीय गिरोह के तीन सदस्यों को जाली नोट व नोट छापने के सिक्योरिटी पेपर के साथ गिरफ्तार किया। जीआरपी मथुरा ने कानूनी कार्रवाई कर तीनों अभियुक्तों को जेल भेज दिया है। इस पूरे मामले का खुलासा एसपी रेलवे मोहम्मद मुश्ताक ने एक प्रेस वार्ता के माध्यम से किया।

एसपी रेलवे मोहम्मद मुस्ताक के अनुसार अंतरराष्ट्रीय गिरोह के पकड़े गए तीनों सदस्य मथुरा जंक्शन से गिरफ्तार किए गए हैं। चैकिंग अभियान के दौरान मुखबिर खास से सूचना मिली कि प्लेट फार्म नं. 4 पर जाली नोटों का अवैध कारोबार करने वाले संगठित अन्तर्राष्ट्रीय गिरोह के तीन सदस्य मौजूद है। इस सूचना पर टीम बनाकर मुखबिर के बताए स्थान पर पहुंचते ही तीनों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया। जब उनके सामान की चेकिंग की गई तो उसमें जाली और नकली नोट बरामद हुए। तुरंत तीनों को हिरासत में ले लिया गया।

सिक्योरिटी पेपर हुआ बरामद

जीआरपी मथुरा जंक्शन ने जाली नोट छाप कर उसे देश में खपाने वाले अंतरराष्ट्रीय गिरोह के तीनों सदस्यों से 500-500 रुपये के 300 जाली नोट बरामद किए हैं। यह अर्द्ध निर्मित जाली नोट है जिनकी कीमत 1 लाख 50 हजार रुपये है। इन जाली नोटों के साथ नोट छापने का सिक्योरिटी पेपर भी बरामद किया गया।

नाम व पता गिरफ्तार अभियुक्त गण

  1. कलीमुल्ला काजी पुत्र मोहम्मद शरीफ निवासी वार्ड न0 06 खटीकों का मोहल्ला चौथ का बरवाड़ा थाना चौथ का बरवाड़ा जनपद सवांई माधोपुर (राजस्थान) उम्र 37 वर्ष
  2. मोहम्मद तकीम उर्फ तकी पुत्र रईसुददीन निवासी मो0 छत्रपुरा तालाब आईप्पा मन्दिर के पास विज्ञान नगर थाना विज्ञान नगर जनपद कोटा (राजस्थान) उम्र 26 वर्ष
  3. धर्मेन्द्र पुत्र रामअवतार निवासी वसवार मजदिया थाना कुरुसेला जिला कटिहार पटना (बिहार) उम्र 27 वर्ष (कोच अटैण्डर)

नाम व पता वाँछित अभियुक्त गण

  1. सनाउल पुत्र अज्ञात निवासी कलईचक जिला मालदा, पश्चिम बंगाल
  2. मुस्तफा पुत्र अज्ञात निवासी कलईचक मालदा जिला मालदा, पश्चिम बंगाल
  3. जियाउल पुत्र अज्ञात निवासी कलईचक मालदा, पश्चिम बंगाल
  4. सलीम पुत्र अज्ञात निवासी सूजापुर मालदा, पश्चिम बगांल
  5. रौनक उर्फ मुकेश पुत्र अमरनाथ सिंह निवासी ग्राम सृष्टि थाना चौबेपुर जनपद बनारस
  6. GUANGZHOU BONEDRY CO. LIMITED कम्पनी (चीन)
  7. अन्य अज्ञात अभियुक्त गण।

पूछताछ करने पर कलीमुल्ला काजी ने बताया कि वह पेशे से टैक्सी का काम करता है। उसका चौथ का बरवाड़ा में मकान है। वर्ष 2018 में होटल निर्माण करने वाली लेबर के ठेकेदार सनाउल ने मकान को लेबर के लिये किराये पर लिया था। इसी दौरान पहली मुलाकात सनाउल से हुयी तो उसने बताया कि वह साथियों के साथ जाली करैंसी का एक संगठित गिरोह चलाते हैं जिससे हम लोगों को काफी मुनाफा होता है।

सनाउल के कहने पर कलीमुल्ला मालदा पश्चिम बंगाल गया। जहां सनाउल तथा उसके साथियों से भी मुलाकात हुई जो नकली नोटों का कारोबार व्यापक स्तर पर भारत के अलग-अलग राज्यों में करते हैं। उन लोगों ने उसे कुछ जाली नोट दिये, जो आसानी से चल गये तो कलीमुल्ला भी जाली नोटों का काम करने लगा। उसने अपने भान्जे मोहम्मद तकीम जो कि एक सिविल इंजीनियर है, को भी इसमें शामिल कर लिया। ये सभी लोग मिलकर काम व्यापक स्तर पर करने लगे।

आरोपी कलीमुल्ला ने बताया कि मालदा बहुत दूर होने के कारण उसने साथियों से कहा कि इतनी दूर आने में परेशानी होती है तो सनाउल ने GUANGZHOU BONEDRY CO. LIMITED कम्पनी का नाम व मोबाइल नंबर देकर बताया कि तुम लोग ऑनलाइन नकली नोट छापने के लिये सिक्योरिटी पेपर मंगाकर बनारस में हमारे गिरोह के सदस्य रौनक उर्फ मुकेश को देकर नकली नोट ले लेना जोकि व्यापक स्तर पर जाली नोटों की खपत/छपाई करता है। तुमको जाली नोट आसानी से मिल जायेंगे।

उनके बताये अनुसार www.alibaba.com के माध्यम से GUANGZHOU BONEDRY CO. LIMITED कंपनी से ऑनलाइन सम्पर्क कर सिक्योरिटी पेपर प्राप्त कर रौनक उर्फ मुकेश को देकर नकली नोट ले आते थे। इसी दौरान रौनक उर्फ मुकेश ने बताया कि भारत के कई राज्यों के अलग-अलग जिलों में हमारे गिरोह के सक्रिय सदस्य है जो नकली नोट बाजार में सप्लाई करते हैं। आज हम लोग रौनक से नकली नोट लेकर आ रहे थे।

अभियुक्त कोच अटेंडेंट धर्मेन्द्र की संलिप्तता के बारे में बताया कि ट्रेन में यात्रा के दौरान उनकी मुलाकात ट्रेन के कोच अटैण्डर धर्मेन्द्र से हुई थी। वह भी इस धंधे में शामिल हो गया। वह हमारे साथ मिलकर सिक्योरिटी पेपर व नकली करैंसी को एसी कोच के कम्पार्टमेंट में रखकर लाने ले जाने में मदद करने लगा जिससे कोई भी हम लोगों पर शक नहीं करता था। हम लोग आसानी से पुलिस से बचकर अन्य राज्यों में जाली नोटों की सप्लाई कर रहे थे। ये नोट बिल्कुल असली जैसे दिखते हैं जिस पर कोई शक नहीं करता है, जिससे यह नोट बाजार में आसानी से चल जाते हैं।

चाइना दे रहा भारतीय करेंसी का सिक्योरिटी पेपर

एसपी रेलवे मोहब्बत मुस्ताक ने बताया कि जाली नोट का गोरख धंधा करने वाले शातिर अपराधी GUANGZHOU BONEDRY CO. LIMITED से संपर्क कर भारतीय करेंसी का नकली सिक्योरिटी पेपर मंगवा लिया करते थे। यह कंपनी चीन में है जो ऐसे लोगों को भारतीय करेंसी का नकली सिक्योरिटी पेपर उपलब्ध करा रही है। इस सिक्योरिटी पेपर से छपने वाले जाली और नकली नोट बिल्कुल असली नोट की तरह दिखाई देते हैं। अगर आपको नोटों की सही पहचान नहीं है तो आप कभी भी जाली और असली नोट में फर्क नहीं कर सकते। पड़ोसी देश आमने-सामने रहकर भारत का कोई नुकसान नहीं कर पा रहा इसीलिए आर्थिक तौर पर चोट देने का प्रयास कर रहा है।

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